Tach – Gmail fraud: मार्केट में आ गया नया साइबर फ्रॉड, अब जीमेल पर बन रहे लोग शिकार; कैसे बचें,जानें – News18 Hindi

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स्कैमर्स ने गूगल सर्वरों को धोखा देकर जीमेल यूजर्स को नकली सेक्योरिटी अलर्ट ईमेल भेजे. ये ईमेल असली लगते हैं और यूजर्स को डराकर उनसे डेटा वसूलते हैं. गूगल ने सुरक्षा उपाय लागू किए हैं.
स्कैमर्स अब जीमेल के जरिए स्कैम कर रहे हैं.
हाइलाइट्स
- जीमेल यूजर्स को नकली सेक्योरिटी अलर्ट ईमेल भेजे जा रहे हैं.
- गूगल ने सुरक्षा उपाय लागू किए और टू-फैक्टर वेरिफिकेशन अपनाने की सलाह दी.
- ईमेल को गौर से पढ़ें और साइबर हेल्पलाइन से संपर्क करें.
नई दिल्ली. ऐसा लगता है कि स्कैमर्स ने सुरक्षा घेरे को पार कर लिया है. गूगल के सर्वरों को धोखा देकर, स्कैमर्स जीमेल यूजर्स को असली दिखने वाले सेक्योरिटी अलर्ट ईमेल से भेज रहे हैं. सबसे बुरी बात यह है कि ईमेल को साधारण पढ़ने पर यह बिल्कुल वैध लगता है और जिस डोमेन नाम से नकली ईमेल भेजा जा रहा है, वह बिल्कुल असली दिखता है. इसलिए ज्यादातर लोग स्कैमर्स के ईमेल की सत्यता की जांच नहीं करते और देखते ही देखते उनका मेल, स्कैमर्स के साथ कॉम्प्रमाइज हो जाता है.
स्कैमर्स खेल रहे साइक्लॉजिकल गेम, जानें कैसे करते हैं काम
स्कैमर्स, जीमेल यूजर्स के साथ साइक्लॉजिकल गेम खेल रहे हैं. दरअसल, वो यूजर्स को इतना डरा देते हैं कि यूजर्स के दिमाग में उस मेल को वेरिफाई करने का ख्याल आता ही नहीं है. उदाहरण के लिए नीचे दी गई तस्वीरों के देखें. इससे आपको समझ आएगा कि स्कैमर्स किस तरह यूजर्स को नकली ईमेल भेजकर उनसे मनमानी डेटा वसूलते हैं.
ईमेल में लिखा है कि सरकार ने Google LLC को एक कानूनी सम्मन भेजा है और इस कानूनी सम्मन के अनुसार, आपके पूरे Google खाते के कंटेंट जैसे फोटो, ईमेल, मैप्स डेटा आदि सरकार को सौंपने की आवश्यकता है. ध्यान दें कि नकली ईमेल में यह नहीं कहा गया है कि सरकार आपके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई कर रही है, बल्कि नकली ईमेल में कहा गया है कि सरकार चाहती है कि Google उन्हें आपके कंटेंट और डेटा दे. यही इस धोखाधड़ी का मुख्य बिंदु है.
अगर आप इस धोखाधड़ी वाले ईमेल को फिर से पढ़ेंगे, तो आपको इसमें बहुत सारी अनावश्यक और फर्जी जानकारी मिलेगी. जैसे कि Google Account ID, support reference ID आदि. इसमें ये भी कहा गया है कि कानूनी सम्मन Google LLC को दिया गया है, न कि सीधे आपको. इससे आपके मन में यह विश्वास पैदा होता है कि कानूनी कार्रवाई आप पर नहीं बल्कि Google पर है, जिसे आपके डेटा और कंटेंट को सरकार को सौंपने का आदेश दिया गया है.
Google ने ये माना है कि ये स्कैम हुआ है और कहा है कि उसने अपने सिस्टम के इस दुरुपयोग के खिलाफ सुरक्षा उपाय लागू किए हैं. साथ ही, उसने यूजर्स को टू-फैक्टर वेरिफिकेशन और पासकीज अपनाने के लिए कहा है, जो इस तरह के फिशिंग के खिलाफ मजबूत सुरक्षा देते हैं.
कैसे बचें
इससे बचने के लिए सबसे पहले आपको ऐसे ईमेल्स को गौर से देखना चाहिए. पहली बार इसे पढकर एक्शन न लें. कुछ देर रुकें और दोबारा पढें, आपको इसमें गलतियां नजर आने लगेंगी. कोई कदम उठाने से पहले अपने दोस्तों से और साइबर हेल्पलाइन पर जरूर बात करें.
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