Tach – सरकार ने जारी की High risk वॉर्निंग, Google Chrome वाले तुरंत कर लें ये काम

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भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी, CERT-In, ने Google Chrome ब्राउजर में पाई गई गंभीर कमजोरियों को लेकर चेतावनी जारी की है. ये कमजोरियां मुख्य रूप से Mac, PC और लैपटॉप यूजर्स को प्रभावित कर रही हैं. इसकी वजह से स्क…और पढ़ें
chrome यूजर्स तुरंत अपडेट करें अपना सिस्टम
हाइलाइट्स
- CERT-In ने Google Chrome में कमजोरियों की चेतावनी दी.
- Mac, PC और लैपटॉप यूजर्स को तुरंत Chrome अपडेट करने की सलाह.
- Chrome में कमजोरियों से डेटा चोरी और सिस्टम अस्थिर हो सकता है.
नई दिल्ली. अगर आप क्रोम यूजर है तो जरा सतर्क हो जाइये. क्योंकि भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी, CERT-In, ने लोकप्रिय ब्राउजर Google Chrome में दो कमजोरियों के बारे में चेतावनी दी है, जिनका हैकर्स फायदा उठा सकते हैं. ये नई चेतावनियां मुख्य रूप से Mac, PC और लैपटॉप प्लेटफॉर्म पर Chrome यूजर्स के लिए हैं, स्मार्टफोन यूजर्स के लिए नहीं. इन कमजोरियों के कारण हमलावर यूजर्स डेटा और डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकते हैं. लिहाजा ब्राउजर के लेटेस्ट वर्जन को अपडेट करने की सलाह दी जा रही है. CERT-In ने यूजर्स से तुरंत सेक्योरिटी पैच लागू करने और अपने Chrome ब्राउजर को अपडेट करने को कहा है, ताकि इन खतरों से बचा जा सके.
Google Chrome में कौन सी सुरक्षा खामियां दिखीं
CERT-In की वेबसाइट के अनुसार, Google Chrome अभी एक बड़ी वलनरेबिलिटी का सामना कर रहा है – CIVN-2025-0099. वॉचडॉग ने यह भी बताया है कि Windows और Mac के लिए 136.0.7103.113/.114 से पहले के Chrome वर्जन और Linux के लिए 136.0.7103.113 से पहले के वर्जन जोखिम में हैं.
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ये कमजोरी कैसे प्रभावित कर सकती हैं
CERT-In के अनुसार, Google Chrome (CIVN-2025-0099) में कई कमजोरियां पाई गई हैं. CERT-In ने चेतावनी दी है कि अगर इन कमजोरियों का फायदा उठाया गया, तो इससे संवेदनशील डेटा का खुलासा हो सकता है या सिस्टम अनस्टेबल हो सकता है. एजेंसी ने बताया कि ये खामियां ब्राउजर के लोडर कंपोनेंट में अपर्याप्त नीति प्रवर्तन और क्रोम में इंटर-प्रोसेस कम्युनिकेशन को संभालने वाले Mojo में खराब प्रबंधन के कारण आई हैं.
CERT-In की चेतावनी में कहा गया है, “लोडर में अपर्याप्त नीति प्रवर्तन और मोजो में अनिर्दिष्ट परिस्थितियों में गलत हैंडल देने के कारण Google Chrome में कई कमजोरियां मौजूद हैं. एक दूरस्थ हमलावर पीड़ित को विशेष रूप से तैयार किए गए वेब पेज पर जाने के लिए राजी करके इन कमजोरियों का फायदा उठा सकता है. इन कमजोरियों का फायदा उठाकर एक दूरस्थ हमलावर को लक्षित सिस्टम पर मनमाना कोड डालने की अनुमति मिलती है.
आसान शब्दों में इसे समझें कि आपके सिस्टम में इन कमजोरियों की मौजूदगी से आपके सिस्टम का सेक्याेरिटी सिस्टम इतना कमजोर हो जाता है कि कोई हैकर या स्कैमर आपके सिस्टम को आसानी से अपने कब्जे में ले सकता है और आपके पर्सनल डेटा को मनमाने तरह से यूज कर सकता है.
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