Tach – भारत सरकार ने शुरू क‍िए एम्बेडेड चिप वाले ई-पासपोर्ट, क्‍या हैं फायदे, कैसे बनता है – News18 Hindi

नई द‍िल्‍ली. आपके पास भी पासपोर्ट जरूर होगा. अगर नहीं है तो अब आपका पासपोर्ट वो पारंपर‍िक कागज की क‍िताब जैसा नहीं बनेगा. दरअसल, भारत ने ई-पासपोर्ट (Indian e-passport) लॉन्‍च क‍िया है, ताक‍ि पासपोर्ट होल्‍डर की पहचान और सुरक्षा, दोनों स्‍पष्‍ट और बेहतर हो सकें. ई-पासपोर्ट का मतबल है इलेक्‍ट्रॉन‍िक पासपोर्ट, ज‍िसे एडवांस टेक्‍नोलॉजी के साथ बनाया गया है और ये ट्रेड‍िशनल पेपर पासपोर्ट से ब‍िल्‍कुल अलग है.

दरअसल, भारत सरकार ने 1 अप्रैल 2024 को पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम (PSP) वर्जन 2.0 के तहत ई-पासपोर्ट का पायलट प्रोजेक्‍ट शुरू क‍िया था. इसे म‍िन‍िस्‍ट्री ऑफ एक्‍सटर्नल अफेयर्स ने शुरू क‍िया था. आइये आपको इस ई-पासपोर्ट के बारे में ड‍िटेल से बताते हैं और साथ में ये भी जान‍िये क‍ि इसे कैसे बनवा सकते हैं?

क्‍या है ई-पासपोर्ट ? 

ई-पासपोर्ट हालांक‍ि आकार में पारंपरिक कागजी डॉक्‍यूमेंट जैसा ही द‍िखता है, लेक‍िन इसमें एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगाई गई है, ज‍िसमें पासपोर्ट होल्‍डर की व्यक्तिगत और बायोमेट्रिक डेटा होता है. आप कवर पेज पर इसे देख सकते हैं. ये नई टेक्‍नोलॉजी धोखाधड़ी के खिलाफ बेहतर सुरक्षा देती है और पहचान वेर‍िफ‍ि‍केशन को अधिक आसान बनाती है.

भारत में किन शहरों में ई-पासपोर्ट जारी किए जा रहे हैं?

ई-पासपोर्ट को फ‍िलहाल नागपुर, भुवनेश्वर, जम्मू, गोवा, शिमला, रायपुर, अमृतसर, जयपुर, चेन्नई, हैदराबाद, सूरत, रांची और दिल्ली के लोगों के ल‍िए जारी क‍िया गया है. ये सेवा धीरे-धीरे देश के दूसरे शहरों में भी शुरू हो जाएगी. विदेश मंत्रालय ने कंफर्म कि‍या है क‍ि इसे पूरे देश में लागू क‍िया जाएगा और फ‍िलहाल पहले चरण में इन शहरों के ल‍िए ये सेवा उपलब्‍ध कराई गई है. मंत्रालय के अनुसार साल 2025 के मध्य तक पूरे भारत के सभी पासपोर्ट सेवा केंद्रों में इसे लागू कर द‍िया जाएगा.

क्‍या हैं इसके फायदे?

सुरक्षा में सुधार: डिजिटली साइन किया हुआ चिप पासपोर्ट की नकल, जालसाजी और पहचान की चोरी के जोखिम को काफी कम कर देता है.

अंतरराष्ट्रीय यात्रा में आसानी:  इमिग्रेशन अधिकारी चिप का उपयोग करके पासपोर्ट को जल्दी से वेर‍िफाई कर सकते हैं, जिससे बॉर्डर पर जांच की प्रक्रिया तेज हो जाती है.

डेटा सुरक्षा: पब्लिक की इंफ्रास्ट्रक्चर (PKI) ये सुनिश्चित करता है कि चिप पर में जो संवेदनशील डेटा एन्क्रिप्टेड है, उसे कोई फ्रॉड एक्सेस ना कर सके और उसे बदल सके.

क्या आपको अपने पुराने पासपोर्ट को अपग्रेड करने की जरूरत है?

नहीं, आपके पास अगर पुराना ट्रेड‍िशनल पासपोर्ट है तो उसे ई-पासपोर्ट में बदलने की जरूरत नहीं है. पारंपरिक पासपोर्ट अपने एक्‍सपायरी डेट तक मान्य रहेंगे. इसके बाद ई-पासपोर्ट में अपग्रेड करना होगा. तुरंत इसे अपग्रेड करने की कोई अनिवार्यता नहीं है.

कैसे बनवाएं ई-पासपोर्ट ?

अब आप ऑनलाइन ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं और इसे चुनिंदा पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSKs) या क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (RPOs) से पा सकते हैं. ये सेवाएं चेन्नई, नागपुर, हैदराबाद, जयपुर और अन्य शहरों में उपलब्ध हैं. आने वाले समय में ये सेवा और भी शहरों में शुरू हो जाएगी.

ई-पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए इन स्‍टेप्‍स को फॉलो करें:

1. पासपोर्ट सेवा ऑनलाइन पोर्टल पर रजि‍स्‍टर करें.
2. अपने रजि‍स्‍टर्ड आईडी का इस्‍तेमाल कर लॉगिन करें.
3. “Apply for Fresh Passport/Re-issue of Passport” पर क्लिक करें. अगर आप पहली बार पासपोर्ट के लिए आवेदन कर रहे हैं तो “Fresh” चुनें और अगर आपने पहले भी इसी प्रकार का पासपोर्ट लिया है तो “Reissue” चुनें.

4. ऑनलाइन शुल्क का भुगतान करें और अपॉइंटमेंट बुक करें.
5. अपनी आवेदन रसीद प्रिंट करें या इसे सेव कर लें, या अपॉइंटमेंट के दौरान एसएमएस कंफर्मेशन दिखाएं.
6. निर्धारित तिथि पर अपने चुने हुए PSK या RPO पर मूल दस्तावेजों के साथ जाएं.


Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News