Tach – Railway Ticket Booking: नहीं मिल रही ट्रेन की कंफर्म टिकट? AI करेगा मदद, चुटकी में हल होगी समस्या

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ट्रेन की कंफर्म टिकट मिलना कितना मुश्किल है, ये जानते होंगे आप. लेकिन AI की मदद से ये प्राॅबलम सॉल्व हो सकती है. जानें कैसे
हाइलाइट्स
- IRCTC ने टिकट बुकिंग में AI तकनीक का उपयोग शुरू किया.
- AI तकनीक से टिकट बुकिंग प्रक्रिया तेज और आसान होगी.
- फर्जी बुकिंग रोकने और पारदर्शिता बढ़ाने में AI मददगार.
How to Book Confirm Train Ticket: अगर आप भी रेलवे टिकट बुकिंग के दौरान टिकट नहीं मिलने से परेशान हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है. IRCTC अब अपनी सेवाओं में सुधार करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का इस्तेमाल करने जा रहा है. इससे टिकट बुकिंग की प्रक्रिया और भी आसान और तेज हो जाएगी. IRCTC का कहना है कि AI तकनीक की मदद से टिकट बुकिंग में होने वाली समस्याओं को कम किया जाएगा. इससे यात्रियों को टिकट बुक करने में आसानी होगी और उन्हें बार-बार वेबसाइट पर जाकर टिकट चेक करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. AI तकनीक से टिकट की उपलब्धता की जानकारी भी रियल टाइम में मिल सकेगी.
एजेंट्स ने कैसे सिस्टम का दुरुपयोग किया
ज्यादातर एजेंट्स, अनऑथोराइज आईडीज इस्तेमाल करते थे, जो फर्जी प्रोफाइल्स का इस्तेमाल करके टिकट बुकिंग में हेरफेर करते थे और सिस्टम में कई रिक्वेस्ट भेजते थे. अब नए AI और मशीन लर्निंग टूल्स IRCTC को इन गतिविधियों की पहचान करने और रोकने में मदद कर रहे हैं, जिससे असली यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल रही है.
इसको एक उदाहरण से समझें, जैसे कि अगर एक यात्री को दिल्ली से आगरा का टिकट चाहिए, तो एक अनऑथोराइज्ड एजेंट 30 अलग-अलग अकाउंट बनाकर वही टिकट बुक करने की कोशिश कर सकता है. इससे कन्फर्म सीट पाने की संभावना बढ़ती है. सैकड़ों यात्रियों के लिए ऐसा करने पर, रिक्वेस्ट की संख्या सिस्टम को ओवरलोड कर सकती है, जिससे उन लोगों की सीट बुकिंग नहीं हो पाती जो सिर्फ अपनी टिकट के लिए प्रयास कर रहे हैं.
नई AI तकनीक से एजेंटों की मनमानी पर रोक
IRCTC ने अपने डिजिटल सिस्टम को AI के साथ अपडेट किया है ताकि ऐसे असामान्य बुकिंग पैटर्न का पता लगाया जा सके. ये AI तकनीक उन अकाउंट्स की पहचान करती है और उन्हें इनएक्टिव कर देती है जो डिस्पोजेबल ईमेल या ऑटोमेटेड बॉट्स का उपयोग कर रहे होते हैं. AI उनके बुकिंग प्रयास करने से पहले ही उन्हें रोक देता है.
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