राजापाकर में प्रतिभा का प्रदर्शन: गणित ओलंपियाड और चित्रांकन प्रतियोगिता

वैशाली जिले के राजापाकर स्थित राजकीय कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक खुशनुमा माहौल था, जहां कक्षा 9 और 11 के छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। विद्यालय परिसर में गणित ओलंपियाड और चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसने बच्चों को अपनी रचनात्मकता और गणितीय कौशल का प्रदर्शन करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया। ये गणित ओलंपियाड सच में कमाल का था, ऐसा लग रहा था जैसे बच्चे गणित को जी रहे हों।
गणित ओलंपियाड: दिमाग की कसरत
गणित विषय में पूछे गए प्रश्न थोड़े टेढ़े ज़रूर थे, लेकिन विषय की समझ पर आधारित थे। बच्चों ने पूरे मन से सवालों को हल करने की कोशिश की। कुछ सवाल तो ऐसे थे कि देखने वाले भी दांतों तले उंगली दबा लें, पर हमारे होनहार छात्रों ने हार नहीं मानी। इस गणित के जंग में, लड़कियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और ये साबित कर दिया कि वे किसी से कम नहीं हैं। सच कहें तो, गणित ओलंपियाड का माहौल देखने लायक था।
चित्रांकन प्रतियोगिता: रंगों की दुनिया
वहीं दूसरी तरफ, चित्रांकन प्रतियोगिता में बच्चे रंगों की दुनिया में खोए हुए थे। उनके ब्रश से ऐसे मनमोहक चित्र बन रहे थे, जैसे वे अपनी कल्पना को कैनवास पर उतार रहे हों। हर चित्र अपनी कहानी कह रहा था और बच्चों की रचनात्मकता का प्रमाण दे रहा था। चित्रकला प्रतियोगिता में बच्चों ने कई तरह के चित्र बनाए, कुछ ने प्रकृति की सुंदरता को दर्शाया तो कुछ ने सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखी।
शिक्षकों का मार्गदर्शन: सफलता की राह
प्रतियोगिता का सफल आयोजन शिक्षकों के मार्गदर्शन के बिना संभव नहीं था। शिक्षक रवींद्र कुमार रवि, कुमारी पल्लवी, शिदरा शरीफ, प्रीति कुमारी, शबनम खानम, विनोद कुमार, दिनेश कुमार आदि ने बच्चों को प्रोत्साहित किया और उनकी हर संभव मदद की। उन्होंने बच्चों को सही दिशा दिखाई और उनकी प्रतिभा को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिक्षकों ने ना केवल बच्चों को पढ़ाया, बल्कि उन्हें प्रेरित भी किया कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें।
छात्रों का उत्साह: भविष्य की उम्मीद
ओलंपियाड और चित्रांकन प्रतियोगिता में रितेश वर्मा, अंकिता वर्मा, देव कुमार, आकांक्षा कुमारी, सुप्रिया कुमारी, शिवम कुमार, आदित्य कुमार, निधि भारती सहित अनेक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सभी छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उनके उत्साह और लगन को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि वे भविष्य में भी सफलता की नई ऊंचाइयों को छूएंगे। ये ओलंपियाड और चित्रकला प्रतियोगिता एक मिसाल कायम कर गई।
शिक्षा में नवाचार: भविष्य की नींव
इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन शिक्षा में नवाचार को बढ़ावा देता है और छात्रों को अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर प्रदान करता है। यह जरूरी है कि स्कूल और कॉलेज समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करते रहें ताकि बच्चों को आगे बढ़ने का मौका मिले। हाल ही में, बिहार सरकार ने भी शिक्षा के क्षेत्र में कई नई योजनाएं शुरू की हैं ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके और वे देश के विकास में अपना योगदान दे सकें। ये गणित ओलंपियाड और चित्रांकन प्रतियोगिता ऐसी ही कोशिशों का हिस्सा हैं। बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले, यही हमारा लक्ष्य है।