राजापाकर में खेल खेल में सिखाई जा रही है शिक्षण का गुण नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार बाल वाटिका में नर्सरी शिक्षक बनाने के लिय अनिवार्य है प्रशिक्षण।
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार ।

वैशाली के राजापाकर में खेल खेल में सिखाई जा रही है शिक्षण का गुण नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार बाल वाटिका में नर्सरी शिक्षक बनाने के लिय अनिवार्य है प्रशिक्षण।
स्थानीय गाजीपुर चौक स्थित ज्योत्सना प्रिंसी सिंह नर्सरी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान में एनटीटी सत्र 2023-25 के द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षुओं के लिए प्रशिक्षण क्लासेज प्रारंभ किया गया .जहा उन्हे छोटे छोटे बच्चो को टी एल एम रंगीन चित्रों और गतिविधि के साथ खेल खेल में कैसे शिक्षा देना है उसे बरे ही रोचक ढंग से सिखलाया जा रहा हैं. चुकी पिछले तीन सत्रों से ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनो मोड में प्रशिक्षण कि सुविधा उपलब्ध करा रहे संस्थान निदेशक आभा सिंह ने बतलाया कि इस संस्थान में बिहार के विभिन्न जिले से लोग नामांकन कराए हुए है .जिन्हे दूरी होने के कारण ऑनलाइन प्रशिक्षण की सुविधा दी जाती है. गत दिसंबर में ही प्रथम वर्ष का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया था और आगामी मई में एनटीटी द्वितीय वर्ष का परीक्षा प्रस्तावित है .उससे पहले मार्च में इन प्रशिक्षुओं का माइक्रो शिक्षण अभ्यास कराने के लिए भेजा जाएगा .साथ मार्च अंत में ही टी एल एम प्रदर्शनी लगाई जाएगी. और अप्रैल में इन लोगो का वायवा और प्रैक्टिकल संभावित है.
सभी प्रशिक्षुओं के लिए प्रशिक्षण क्लास ऑनलाइन या ऑफलाइन अनिवार्य किया गया है जिन्हे लाइव क्लास में जुड़कर प्रशिक्षण लेना होता है. इस संस्थान से दर्जनों बच्चो का बिहार के विभिन्न केंद्रीय विद्यालयों में नर्सरी शिक्षक पद पर चयन हो चुका है .और सैकड़ों प्रशिक्षु गैर सरकारी विद्यालय में वर्तमान में नौकरी कर रहे है.
वर्तमान में भी केंद्रीय विद्यालयों में बहाली जारी है.
संचालक अनिल कुमार ने बतलाया कि किसी भी क्षेत्र में सफल होने के लिए प्रशिक्षण अनिवार्य होता है. इससे निपुणता आती है. हम जिस कार्य के लिय प्रशिक्षण लेते है उसमे दक्षता प्राप्त होती है. और हम बेहतर प्रभावशाली शिक्षक के रूप में अपना कैरियर सुरु कर सकते है. मौके पर प्रशिक्षक अरुण कुमार
खुशबू कुमारी अनिता कुमारी आशिका सोनू नवीन कुमार अनिल कुमार उदय कुमार बिपिन कुमार के साथ सैकड़ों प्रशिक्षु उपस्थित थे.