प्रदेश के मुखिया कितने भी निष्पक्ष भर्ती के दावे करते रहे लेकिन उनके जिम्मेदार अधिकारी उनके दावे पर पलीता लगाते नजर आते दिख रहे हैं

प्रदेश के मुखिया कितने भी निष्पक्ष भर्ती के दावे करते रहे लेकिन उनके जिम्मेदार अधिकारी उनके दावे पर पलीता लगाते नजर आते दिख रहे हैं
शासन ने गरीब महिलाओं के लिए आंगनवाड़ी भर्ती मेरिट और आय के आधार पर शुरू किया है
जिसमें सायरा खातून ने आवेदन किया कादिराबाद के लेखपाल द्वारा शासन की मनसा को तार तार करते हुए अपने दोहरे चरित्र को उजागर किया । आपको बता दे मामला है सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के कादिराबाद का है जिस गांव की एक महिला ने 29,3, 2024 को आय प्रमाण पत्र का आवेदन किया जिसमें लेखपाल द्वारा उनकी वार्षिक आय 48000 दिखाया गया
आंगनबाड़ी भर्ती के लिए 6 माह पहले आवेदन किए गए आय प्रमाण पत्र को मान्य किया गया ,जिसमें कादिराबाद निवासी सायरा खातून ने 29,10, 2024 को फिर से आय प्रमाण पत्र का आवेदन किया जिसमें स्थानीय लेखपाल द्वारा उनकी आय को 7 महीने के भीतर बढ़ाकर 72 000 सालाना कर दिया ,आपको बता महिला का आरोप है कि मेरे पिता गरीब किसान है और हम लोग गरीब परिवार से हैं लेकिन मेरी शिक्षा में मेरिट अच्छी है ।जिसके आधार पर मैंने आंगनबाड़ी भर्ती मे आवेदन किया था लेकिन मेरे गांव के लेखपाल द्वारा दबाव में आकर मेरी आय को 48000 से 72000 कर दिया
जिससे मैं भर्ती से वंचित रह जाऊं महिला ने और एक बड़ा आरोप लगाया है कि मेरे गांव के सबल, धनवान लोगो का लेखपाल द्वारा कम आय दिखाकर आय प्रमाण पत्र जारी किया गया है
जिससे उनके घर की महिला का आंगनबाड़ी भर्ती में चयन हो सके
इससे आहत होकर मैंने जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर को शिकायत कर जारी किये गये आय प्रमाण पत्र की जांच कर कर कार्रवाई करने की मांग की है
सिद्धार्थनगर से संवाददाता अब्दुल्लाह