12 घंटे के अंदर हत्यारा गिरफ्तार: पति निकला पत्नी का हत्यारा
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार।
बेतिया। बलथर महिला हत्याकांड को पुलिस ने सिर्फ 12 घंटे की अंदर सफलतापूर्वक सुलझा लिया है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है, और यह साफ कर दिया है कि घरेलू हिंसा एक गंभीर विषय है। पुलिस की तत्परता और कुशल कार्रवाई ने इस मामले में एक महत्वपूर्ण किरदार निभाया। पति ही निकला पत्नी का हत्यारा, जो न केवल दुखद है बल्कि सोचने पर मजबूर करने वाला भी है।
7 फरवरी 2025 की रात्रि, बेतिया के बलथर थाना क्षेत्र के सड़क टोला निवासी 35 वर्षीय रिजवाना खातून की हत्या कर दी गई। यह घटना रात करीब 1:00 बजे हुई, जब आरोपी मुमताज गद्दी ने अपनी पत्नी को गांव से कुछ दूर बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस अधीक्षक शौर्य सुमन ने बताया कि सूचना मिलते ही उन्हें घटना स्थल पर जाने की आवश्यकता महसूस हुई।
पुलिस की टीम ने तुरंत ही कार्रवाई करते हुए नरकटियागंज एसडीपीओ जेपी सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की। पुलिस ने वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान का सहारा लेते हुए मामले की गहन जांच-पड़ताल की। इसी क्रम में मृतका के पति मुमताज गद्दी को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान मुमताज ने अपनी पत्नी रिजवाना खातून की हत्या की बात स्वीकार कर ली।
इस बेहद कष्टदायी घटना के बाद, मुमताज गद्दी ने पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की, परंतु अंततः वह पुलिस के जाल में फंस गया। एक पति द्वारा अपनी पत्नी की हत्या का कदम उठाना समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है, जो इस बात को दर्शाता है कि घरेलू हिंसा को लेकर बेहद गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
पुलिस अधीक्षक शौर्य सुमन ने पुष्टि की कि इस मामले में सभी आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि ऐसे मामलों में पुलिस की तत्परता बेहद महत्वपूर्ण होती है। इसके साथ ही उन्होंने समाज से भी अपील की कि वे घरेलू हिंसा के खिलाफ खुलकर बोलें और इसकी रोकथाम के लिए कदम उठाएं।
इस मामले में मुमताज गद्दी को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। यह घटना कई सवालات खड़े करती है, जैसे कि क्या समाज में विवाहिक रिश्ते सही से समझे जा रहे हैं? क्या ऐसे मामलों में परिवार की नज़र से ध्यान देना महत्वपूर्ण नहीं है?
हत्यारा पति के गिरफ्तारी के बाद भी, यह सवाल जस का तस है कि आखिर इस प्रकार की घटनाएं क्यों घटित हो रही हैं? हमें यह समझना होगा कि सिर्फ कानूनी कार्रवाई पर्याप्त नहीं है, बल्कि इससे कहीं अधिक परिवार और समाज का सहयोग आवश्यक है।
बेतिया पुलिस ने अपने प्रयासों से यह साफ कर दिया है कि वे ऐसे मामलों में गंभीरता से कार्यवाही करने के लिए सजग हैं। 12 घंटे के अंदर हत्यारे की गिरफ्तारी इस बात का प्रमाण है कि अपराध किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि इस घटना के बाद समाज के सभी हिस्से जागरूक होंगे और घरेलू हिंसा का विरोध करने के लिए आगे आएंगे।
इस घटना ने एक बार फिर हमें चेताया है कि हमें अपने आस-पास की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए और जहां भी संभव हो, एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। केवल तब ही हम एक सुरक्षित और स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं।