दुनियां – बेहद अफसोसजनक… त्रिपुरा में बांग्लादेश उच्चायोग में जबरन घुसे लोग, भारत ने जताया अफसोस – #INA
बांग्लादेश में इस समय हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रही हिंसा को लेकर भारत के छोटे से राज्य त्रिपुरा में आक्रोश देखा जा रहा है. अगरतला में हाल ही में बांग्लादेश सहायक उच्चायोग के पास विरोध प्रदर्शन हुआ. इसी के बाद सोमवार को भारत के विदेश मंत्रालय ने अगरतला में बांग्लादेशी सहायक उच्चायोग के बाहर हुए इस विरोध प्रदर्शन पर अफसोस जताया है और इसकी निंदा की है.
अगरतला में बांग्लादेश के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने बांगलादेशी सहायक उच्चायोग के पास रैली निकाली, जिसमें 50 से अधिक प्रदर्शनकारी परिसर में घुस गए और उन्होंने चिन्मय प्रभु की रिहाई के समर्थन में प्रदर्शन किया. प्रभु चिन्मय दास की बांग्लादेश में राजद्रोह के मामले में गिरफ्तारी हुई.
विदेश मंत्रालय ने जताया अफसोस
अगरतला में प्रदर्शनकारियों ने उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया, उन्होंने उच्चायोग में घुसने और कथित तौर पर तोड़-फोड़ करने की कोशिश की. इसी के कुछ घंटों के बाद इस मामले को लेकर विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि किसी भी तरह के हालात में वाणिज्य दूतावास (Consular) की प्रोपर्टी को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. सरकार दिल्ली में मौजूद बांग्लादेश हाई कमीशन की सुरक्षा बढ़ा रही है, साथ ही पूरे देश में मौजूद बांग्लादेश सहायक उच्चायोग की भी सुरक्षा बढ़ाई जाएगी.
Our statement on breach of premises at the Bangladesh Assistant High Commission, Agartala pic.twitter.com/li8TtmwfS8
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) December 2, 2024
अगरतला में हजारों लोगों ने बांग्लादेशी उच्चायोग के बाहर प्रभु चिन्मय दास की गिरफ्तारी और हिंदुओं पर हो रहे हमले को लेकर प्रदर्शन किया. विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर कहा, अगरतला में बांग्लादेश सहायक उच्चायोग के परिसर में जो तोड़फोड़ की घटना आज हुई वो बेहद अफसोसजनक है.
बांग्लादेश विदेश मंत्रालय ने की निंदा
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने सहायक उच्चायोग के बाहर हुए इस प्रदर्शन की निंदा की. उन्होंने कहा, सहायक उच्चायोग के परिसर में “हिंदू संघर्ष समिति के प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह ने हिंसक प्रदर्शन किया. साथ ही इस पर उन्होंने आक्रोश व्यक्त किया है. बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने कहा, प्रदर्शनकारियों ने “फ्लैग पोल को तोड़ दिया, बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया और सहायक उच्चायोग के अंदर प्रोपर्टी को भी नुकसान पहुंचाया. साथ ही बांग्लादेश ने इस मामले में भारत से जांच करने के लिए कहा है.
त्रिपुरा में बांग्लादेश के खिलाफ प्रदर्शन
इस्कॉन के प्रभु चिन्मय कृष्ण दास को राजद्रोह के मामले में पिछले सोमवार को ढाका के हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था. इसी के बाद से पूरे भारत में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर आवाज उठाई गई है. त्रिपुरा तीन तरफ से बांग्लादेश से घिरा हुआ है और इस राज्य में बांग्लादेश के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हो रहा है.
कुछ दिन पहले अगरतला और कोलकाता के दो अस्पतालों ने बांग्लादेशी नागरिकों के इलाज पर भी रोक लगा दी थी. इसी बीच सोमवार को त्रिपुरा होटल और रेस्टोरेंट्स ने भी बांग्लादेशियों को सेवाएं देने से किया इनकार कर दिया है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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