सेहत – रामबाण में ये सामान्य जड़ी-बूटियाँ…पाइल्स, अल्सर, अल्सर का इलाज! संजीवनी के लिए

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देर : बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो बागवानी का शौक रखते हैं और अपने घरों में खाली जगह या पौधों में प्रशिक्षित को उगाते हैं। लेकिन अधिकांश लोग प्रमाणित को केवल घर की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए ही विकल्प देते हैं। लेकिन कुछ उपाय ऐसे होते हैं. जो न केवल देखने में सुन्दर होते हैं साथ ही औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। ऐसा ही एक पौधा है वेल्ड ग्रेप, जिसे हिंदी में हडजोड़ व अस्थिसंहार भी कहते हैं।

मामूली सी घास की तरह नजर आने वाली हदजोड़ में आप बेहद गुणकारी और नायाब हैं। यह घास न केवल आपके घर को सुंदर बनाने में मदद करेगी बल्कि छोटे-मोटे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के इलाज में खर्च होने वाले हजारों की बचत में मदद करेगी। असल में ज्यादातर लोग हडजोड़ (अस्थिसंहार) को केवल जोड़ों के इस्तेमाल के लिए इस्तेमाल करते हैं और इसे प्रमाणित के रूप में देखते हैं। लेकिन यह 1-2 नहीं बल्कि कई फूलों में संजीवनी बूटी साबित होती है।

इन टुकड़ों के इलाज में तलाक
वेल्ड ग्रेप (हड़जोड़) के औषधीय गुणों पर अधिक जानकारी देते हुए पिसे हुए के वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. आदित्य पेंडेज़ ने बताया कि भारत में आदिकाल से ही प्राकृतिक सामग्रियों से चिकित्सा की जा रही है। अगर हदजोड़ की बात करें तो यह बेहद गुणकारी है। ज्यादातर लोग इसके नाम को सिर्फ हड्डियों के लिए ही मानते हैं। लेकिन यह केवल हड्डी नहीं बल्कि पेट के रोग, पिल्स, मोटापा, अल्सर, ल्यूकोरिया जैसे जोड़ों में लाभ होता है।

ऐसे करें प्रयोग
बबीता की याचिका में इस उपाय का 5-10 मिली रस गुनगुना कर पीने से फायदा है। वहीं पेट की दवा में इसके रस को शहद में पूरे सेवन करना चाहिए। इसके अलावा हड्डी जोड़ने के लिए इसका लेप भी लगाया जा सकता है। लेकिन इसे देशी घी या फिर इसके मिश्रण के साथ दूध में मिलाकर पीने से भी फायदा होता है।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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