Crime- मुंबई धमाके, NCP नेता संग डील और D कंपनी कनेक्शन… मिर्च-मसाले बेचने वाला कैसे बना दाऊद का खास गुर्गा
माया नगरी मुंबई… मेमन परिवार में 25 अप्रैल 1950 को एक लड़के का जन्म हुआ. नाम रखा गया मोहम्मद इकबाल मेमन. ड्राइवरी के बाद मिर्च मसाले का धंधा करने वाला एक आम शख्स कब और कैसे गैंगस्टर बन जाएगा किसी ने नहीं सोचा था. मेमन परिवार मिर्च और मसाले बेचने का धंधा करता था. उनकी कई दुकानें थीं, इस कारण मेमन परिवार के सभी लोगों को मिर्ची सरनेम से लोग पुकारते थे. यहीं से इकबाल मेमन का नाम भी इकबाल मिर्ची पड़ा.
1960 में हाईस्कूल की पढ़ाई छोड़ इकबाल टैक्सी चलाने लगा था. लेकिन परिवार चाहता था कि वो उनके बिजनेस को आगे बढ़ाए. उधर ड्राइवरी की नौकरी करते इकबाल भी थक चुका था. लेकिन इकबाल चाहता था कि वो कुछ ऐसा करे जिससे उसका बड़ा नाम हो और बहुत सा पैसा उसके पास हो. फिर वो कंटेनर से सामान चुराकर बेचने लगा.
दो दशक बीतने के बाद 80 के दशक में मिर्ची की किस्मत तब चमकी जब उसने प्रतिबंधित मेथ टैबलेट, हेरोइन और मैंड्रेक्स की तस्करी शुरू कर दी. वह मुंबई के वर्ली समुद्र तट पर द फिशरमैन व्हार्फ नामक एक डिस्को का भी मालिक था, जो नशीले पदार्थों का अड्डा था.
खुद को तो इकबार एक व्यापारी बताता था. लेकिन पुलिस के लिए वो एक ड्र्रग कारोबारी था. देखते ही देखते एक दिन ऐसा हुआ कि इकबाल के इशारों पर पूरा मुंबई नाचने लगा. उसका रसूख इतना हो गया था कि मुंबई पुलिस उस पर तब कोई आरोप भी साबित नहीं कर पाती थी. इकबाल मिर्ची का जाल बड़ा होता चला गया. पुलिस को ये बात पता थी. लेकिन उसका कोई कुछ भी नहीं उखाड़ पाता था.
D कंपनी में एंट्री
पुलिस को उसके रसूख का पता लग चुका था. मिर्ची का व्यापार लगभग सभी देशों तक फैल चुका था. ये वही दौर था जब मिर्ची ने खुद को एक इंटरव्यू में कामयाब बिजनेसमैन बताया था. उसे तब साथ मिला D कंपनी के खासमखास आमिर का. वो फिर आमिर की मदद से दाऊद गैंग में शामिल हो गया. अनीस इब्राहीम की बीवी की बहन हाजिरा से शादी करने के बाद मिर्ची छोटा शकील के बाद दाऊद का सबसे खास आदमी बन गया था. उसने करोड़ों का कारोबार दाऊद के बलबूते पर किया. मिर्ची और हाजिरा को दो बेटे हुए. आसिफ और जुनैद.
मिर्ची की दूसरी शादी
पहली बार मई 1986 में, मिर्ची को राजस्व खुफिया निदेशालय ने ठाणे के एक फार्महाउस से 600 किलोग्राम हेरोइन की तस्करी के सिलसिले में पकड़ा था. पकड़ी गई हेरोइन की कीमत थी 9 करोड़ रुपये. हालांकि, मिर्ची के इस केस में भी बड़ी ही चालाकी से बरी हो गया. लेकिन वो जानता था कि आगे कुछ भी गड़बड़ हो सकती है. इसी बीच 1993 में मुंबई बम धमाका हुआ. इससे ठीक पहले मिर्ची भारत छोड़कर पहले दुबई और बाद में लंदन चला गया. वहां उसके सभी व्यवसायों का मुख्य आधार ईडन फाइन राइस नामक एक चावल मिल थी.
तब तक मिर्ची दूसरी शादी भी कर चुका था. उसने दूसरी शादी की पूर्व अभिनेत्री हीना कौसर से. हीना मशहूर फिल्म निर्माता के. आसिफ (महाकाव्य मुगल-ए-आजम के निर्माता-निर्देशक ) की बेटी हैं. मिर्ची और हीना की शादी 1991 में हुई थी और उनके कोई संतान नहीं थी.
लंदन में पहली बार गिरफ्तारी
इस बीच मिर्ची पर एक बिजनेस को जान से मार डालने की धमकी देने और दो ड्रग जब्ती मामलों में उसे सीबीआई द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ. वो समय था 1995 का. अप्रैल 1995 में लंदन में इंटरपोल ने उसे पहली बार गिरफ्तार किया. लेकिन 1999 में इकबाल मिर्ची की सभी जांच सबूतों के अभाव में बंद कर दी गई.
मुंबई बम धमाकों में नाम
लंदन पुलिस को एक बार पूछताछ में इकबाल मिर्ची ने बताया था कि करीब 20 साल से वह चावल कारोबारी बनकर नकली पासपोर्ट के साथ लंदन में रह रहा था. 1993 में हुए मुंबई बम धमाकों में भी उसका नाम था. मुंबई धमाकों के अलावा वह हत्या और फिरौती के कई मामलों में वॉन्टेड था. बताया जाता है कि लंदन में दाऊद का धंधा वही संभालता था.
हालांकि, मिर्ची ने दाऊद इब्राहिम के साथ किसी भी तरह से जुड़े होने से भी इनकार किया था. फिर 14 अगस्त 2013 को मिर्ची की हार्टअटैक से मौत हो गई. बताया जाता है कि वो वापस भारत आना चाहता था. लेकिन इतने केस में फंसा होने के कारण वो यहां वापस नहीं आ पाता था.
NCP नेता संग डील
मिर्ची की मौत के बाद अमेरिका ने 2015 में ड्रग व्यापार के अंतरराष्ट्रीय सरगनाओं की सूची में से उसका नाम हटा दिया था. मिर्ची को इस सूची में 1 जून 2004 को शामिल किया गया था. इसके बाद 2007 की एक डील को लेकर भी दोबारा से मिर्ची का नाम सुर्खियों में आया था. मामला था एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल संग प्रॉपर्टी डील का.
ईडी ने दावा किया था कि प्रफुल्ल पटेल के पास सीजे हाउस में दो फ्लैट हैं और 2007 में संपत्ति विकसित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे. ‘इन्हें ईडी ने सीज किया था. ईडी अधिकारियों का दावा है कि मिर्ची के बिजनेस को अब उसके परिवार के सदस्य चलाते हैं और यह दुबई, लंदन, जोहान्सबर्ग, लुसाका, मोजांबिक और कनाडा जैसे विभिन्न देशों और शहरों में फैला हुआ है.
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