धर्म-कर्म-ज्योतिष – Oldest Religion In The World: हिंदू या मुस्लिम, दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है; क्या इस्लाम है? #INA
Oldest Religion In The World: धर्म का मतलब होता है सही कार्य करना और अपने कर्तव्यों का पालन करना. दुनिया में विभिन्न धर्मों की संख्या लगभग 300 से अधिक है जिनमें सनातन धर्म, इस्लाम, सिख, ईसाई जैसे प्रमुख धर्म शामिल हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है? इस लेख में हम इस सवाल का जवाब देने के साथ-साथ हिंदू धर्म के बारे में भी जानकारी देंगे.
दुनिया का सबसे पुराना धर्म
हिंदू धर्म को दुनिया का एक प्राचीन धर्म माना जाता है. इसका इतिहास करीब 90 हजार वर्ष पुराना बताया जाता है. कुछ पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, स्वायंभुव मनु ने 9057 ईसा पूर्व में इस धर्म की नींव रखी थी और वैवस्वत मनु ने 6673 ईसा पूर्व में इसका विकास किया. भगवान श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व और श्रीकृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व हुआ था. वर्तमान शोध के आधार पर हिंदू धर्म की उम्र 12 से 15 हजार वर्ष पुरानी और ज्ञात रूप से लगभग 24 हजार वर्ष पुरानी मानी जाती है.
हिंदू धर्म के चार युगों का काल
हिंदू धर्म के चार युगों का काल भी महत्वपूर्ण है. वेदों के अनुसार, हिंदू धर्म में चार युग होते हैं – सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग. सतयुग की उम्र लगभग 17 लाख 28 हजार वर्ष, त्रेतायुग की 12 लाख 96 हजार वर्ष, द्वापरयुग की 8 लाख 64 हजार वर्ष और कलियुग की 4 लाख 32 हजार वर्ष बताई जाती है। भगवान राम त्रेतायुग में और श्रीकृष्ण द्वापरयुग में जन्मे थे। वर्तमान में हम कलियुग में जी रहे हैं।
कलियुग में कितना समय है बाकी?
कलियुग की स्थिति पर विचार करें तो विद्वानों के अनुसार, कलियुग का कुल समय 4 लाख 32 हजार वर्ष है. इसकी शुरुआत 3,120 ईसा पूर्व हुई थी जब मंगल, बुध, शुक्र, बृहस्पति और शनि ग्रह मेष राशि पर 0 डिग्री पर थे. वर्तमान समय में कलियुग के 5,125 वर्ष बीत चुके हैं. इस प्रकार, कलियुग के 4,32,000 वर्ष में से 5,125 वर्ष घटाने पर लगभग 4,26,875 वर्ष शेष रहते हैं. इसका मतलब है कि कलियुग समाप्त होने में अभी भी 4,26,875 वर्ष बाकी हैं. इस प्रकार, वर्तमान समय को कलियुग का प्रथम चरण कहा जा सकता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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