दुनियां – यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में किम जोंग ने रूस भेजे अपने सैनिक- साउथ कोरिया – #INA

यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस पर पश्चिमी देशों ने कई प्रतिबंध लगाए हैं, फिर भी रूस झुकने का नाम नहीं ले रहा है और यूक्रेन में अपनी कार्रवाई जारी रखे हुए हैं. साऊथ कोरिया के रक्षा मंत्री के मुताबिक ऐसा लग रहा है कि नॉर्थ कोरियाई सैनिक यूक्रेन में रूसी सैनिकों के साथ मिलकर लड़ रहे हैं.
सऊथ कोरिया के किम योंग-ह्यून ने मंगलवार को देश के राजनेताओं से कहा कि इसकी बहुत ज्यादा संभावना है कि 3 अक्टूबर को डोनेट्स्क के करीब यूक्रेनी मिसाइल हमले में छह उत्तर कोरियाई अधिकारी मारे गए थे, ऐसा ही पिछले हफ्ते यूक्रेनी मीडिया की रिपोर्ट में भी कहा गया था.

Recently #NorthKorea lost officers in #Ukraine when #Russia‘s training ground was hit.
Undeterred, South Korea thinks the pariah state may be ready to send its own meat to help Putin kill Ukrainians.
— Tim White (@TWMCLtd) October 8, 2024

क्या रूस पहुंचे किम के सैनिक?
किम जोंग की सनक को पूरी दुनिया जानती है और वह अपने दुश्मनों के खिलाफ ऐलानिया तौर पर परमाणु हमला करने की बात करते हैं. किम अमेरिका और साउथ कोरिया को अपना दुश्मन मानते हैं. अमेरिका यूक्रेन-रूस युद्ध में रूस का साथ दे रहा है, रूस की यूक्रेन से जंग के बाद रूस और उत्तर कोरिया और ज्यादा नजदीक आ गए हैं. व्लादिमीर पुतिन ने 24 सालों बाद इस साल जून में उत्तर कोरिया का दौरे किया था, इस दौरान किम जोंग और पुतिन के बीच दोस्ती की गहराई को देखा गया था और दोनों देशों ने कई बहुपक्षीय समझौते किए थे.
युद्ध के दौरान रूस ने खड़ी की अपनी टीम
यूक्रेन से युद्ध के बाद ज्यादातर नाटो देशों ने रूस से दूरी बना ली है और रूस के साथ व्यापार बंद कर दिया है. पश्चिमी प्रतिबंधों के बाद रूस ने चीन, ईरान और उत्तर कोरिया के साथ नजदीकियां बढ़ाई है. इसके अलावा वे भारत और पाकिस्तान के साथ भी अपने कारोबार को बढ़ा रहा है. कई पश्चिमी देशों का ये भी आरोप है कि चीन, ईरान और उत्तर कोरिया यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की मदद कर रहे हैं.

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

Source link

Back to top button