दुनियां – एशिया में बढ़ोतरी, नीदरलैंड में क्यों कम हो रही कैदियों की आबादी? खाली जेल होटलों में हुए तब्दील – #INA

दुनिया भर की जेलों में कैद लोगों को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक एक तरफ दुनिया भर की जेलों में कैद लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं दूसरी तरफ नीदरलैंड में इसका उल्टा है. यहां की जेलों में कैदी नहीं रह रहे हैं. खाली जेलों को होटल और सांस्कृतिक केंद्रों में बदल दिया गया है.
नीदरलैंड के विपरीत अमेरिका, चीन, तुर्की और ब्राजील जैसे देशों में जेलें खाली नहीं हैं. लेकिन नीदरलैंड में कहानी कुछ और ही है. वहां की जेलों का इस्तेमाल होटल के तौर पर किया जा रहा है. इससे सवाल उठता है कि क्या नीदरलैंड में आपराधिक घटनाएं खत्म हो रही हैं? क्या यह वाकई एक सफलता की कहानी है? आइए जारी हुए ताजा अध्ययनों के आंकड़ों से इसकी असली वजह जानते हैं…
प्रति एक लाख आबादी पर 51 लोगों को मिली जेल
जर्मनी के DW के मुताबिक नीदरलैंड की लीडेन यूनिवर्सिटी और यूके की पोर्ट्समाउथ यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में नीदरलैंड की जेलों के बारे में ये आंकड़े जारी किए गए हैं. इसमें पाया गया कि 2005 से 2016 के बीच नीदरलैंड में कैद लोगों की संख्या प्रति एक लाख नागरिकों पर 94 से गिरकर 51 हो गई. वहीं, यूरोस्टेट के एक डेटा में पाया गया कि 2021 और 2022 में यह संख्या 54 थी.
इस अध्ययन में नीदरलैंड को उन चंद देशों में रखा गया है, जहां जेल की आबादी में गिरावट देखी गई है. डेटा प्लेटफॉर्म वर्ल्ड प्रिजन ब्रीफ (WPB) ने जर्मनी, लिकटेंस्टीन, बुल्गारिया, चेक गणराज्य, रोमानिया और बाल्टिक राज्यों में भी जेल की आबादी में गिरावट देखी है. वहीं, रूस ही एकमात्र देश है, जहां नीदरलैंड के मुकाबले कारावास की दर में ज्यादा गिरावट देखी गई.
रूस में 59 फीसदी की कमी, एशिया में वृद्धि
वर्ल्ड प्रिजन ब्रीफ के आंकड़ों के मुताबिक, 2000 के बाद से रूस में जेल की आबादी में 59 फीसदी की कमी आई है. हालांकि, अध्ययन में इसका कारण रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में कई कैदियों को सैनिक के तौर पर रिहा किया है. वहीं,दुनिया भर के कई देशों में कैदियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. 2000 के बाद से, दक्षिण अमेरिका में कैदियों की संख्या में 224 प्रतिशत, एशिया में 141 और ओशिनिया में 84 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
संख्या इतनी कम क्यों है?
नीदरलैंड में कैदियों की संख्या में गिरावट की जांच करते समय, कई अलग-अलग पहलुओं पर विचार किया गया है, जिसमें अदालतों में सजा नीति, समग्र अपराध दर, न्यायिक अधिकारियों का काम, कारावास और पुनर्समाजीकरण की लागत और समग्र कानूनी स्थिति शामिल है.
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नीदरलैंड में अदालतों से हिरासत की सजा पाने वाले लोगों की संख्या में काफी गिरावट आई है. 2005 में, 8,305 दोषी अपराधियों को जेल की सजा सुनाई गई थी. जबकि, दस साल बाद, केवल 4,540 अपराधियों को जेल भेजा गया. वहीं, संपत्ति के खिलाफ अपराधों के लिए जेल की सजा में 44 प्रतिशत की गिरावट आई. हिंसक अपराधों और यौन अपराधों के लिए कारावास दर में 39 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि प्री-ट्राइल हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या में 37 प्रतिशत की गिरावट आई.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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