दुनियां – पाकिस्तान: जमात-ए-इस्लामी के महासचिव हमीद सूफी की गोली मारकर हत्या, दाएश समूह ने लिया जिम्मा – #INA
पाकिस्तान के जमात-ए-इस्लामी (जेआई) के महासचिव हमीद सूफी की गुरुवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई. जमात-ए-इस्लामी देश की सबसे बड़ी इस्लामी राजनीतिक पार्टी है. पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में कुछ अज्ञात लोगों ने हमीद सूफी की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने बताया कि घटना उस समय हुई जब हमीद सूफी नमाज अदा करके मस्जिद से बाहर आ रहे थे.
जमात-ए-इस्लामी (जेआई) के महासचिव हमीद सूफी पर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बाजौर में गोलियों से हमला किया गया. पुलिस ने बताया कि इनायत कला बाजार के पास कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने उन पर गोलियां चलाईं. हमीद सूफी नमाज के बाद मस्जिद से बाहर आ रहे थे, तभी मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने उन पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं. वहीं, इस घटना की जिम्मेदारी दाएश समूह ने ली है.
टेलीग्राम पर एक मैसेज के जरीए इसका जिम्मा लिया
अरब न्यूज के मुताबिक, पुलिस और आतंकवादियों ने शुक्रवार को कहा कि दाएश समूह की क्षेत्रीय शाखा के बंदूकधारियों ने जेआई के नेता की हत्या कर दी. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वकार रफीक ने कहा, ‘जमात-ए-इस्लामी बाजौर के नेता सूफी हमीद सूर्यास्त (गुरुवार) के बाद नमाज अदा करने के बाद मस्जिद से बाहर निकल रहे थे, तभी मोटरसाइकिल सवार दो नकाबपोश लोगों ने उन पर गोलियां चला दीं.’
अधिकारी ने कहा कि हमलावर अफगान सीमा के पास बाजौर जिले में इस्लामी राजनेता को गोली मारने के बाद भाग गए, जहां आतंकवादी अभी भी सक्रिय हैं. इस्लामिक स्टेट खुरासान (आईएस-के) ने टेलीग्राम पर एक मैसेज के जरीए इसका जिम्मा लिया है. इसमें कहा गया कि उसके सैनिकों ने धर्मत्यागी राजनीतिक दल के एक पदाधिकारी को गोली मार दी.
धार्मिक शिक्षाओं के खिलाफ जाने का लगाया आरोप
जमात-ए-इस्लामी इधर दाएश समूह के रडार पर भी रहा है. समूह ने धार्मिक राजनीतिक दलों पर सख्त धार्मिक शिक्षाओं के खिलाफ जाने और देश की सरकार और सरकार का समर्थन करने का आरोप लगाया है. वही्, पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम खैबर पख्तूनख्वा प्रांत काफी दिनों से आतंकवादी गतिविधियां का अहम केंद्र है. हाल के घटनाक्रम में भी प्रांत में लगातार आतंकी घटनाएं बढ़ी है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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