यूपी- बरेली: 12 दिन पहले लापता हुआ लेखपाल, अब तक नहीं मिला कोई सुराग; परिवार ने लगाए गंभीर आरोप – INA

बरेली की फरीदपुर तहसील से लापता लेखपाल मनीष कश्यप का 12 दिन बाद भी सुराग नहीं मिला है. परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल हैं. परिवार वालों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए सवाल किया है कि लेखपाल का अपहरण या हत्या? एडीजी रोजाना पुलिस टीम से लेखपाल के गायब होने वाले केस की रिपोर्ट ले रहे हैं. लेखपाल के न मिलने से पुलिस-प्रशासन सवालों के घेरे में है. दरअसल लेखपाल की मां ने एडीजी से लेखपाल बेटे के लापता होने की शिकायत की थी.

उत्तर प्रदेश के बरेली से लेखपाल के लापता होने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. लेखपाल के गायब होने की जानकारी होते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस की कई टीमें लेखपाल की तलाश में लगी हुई है. वहीं, इस पूरे मामले पर एडीजी भी अपनी नजर बनाए हुए हैं. 12 दिनों के बाद भी लेखपाल के नहीं मिलने पर पीड़ित परिवार को अनहोनी की डर सताने लगा है. लापता होने के बाद से ही पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.

परिवार ने लगाए गंभीर आरोप

लेखपाल के भाई और मां का आरोप लगाया है कि लेखपाल मनीष चंद कश्यप ने 250 बीघा ग्राम समाज की जमीन के घोटाले का खुलासा किया था. लेखपाल मनीष चंद कश्यप 27 नवंबर को जमीन घोटाले की रिपोर्ट शासन को भेजने वाले थे, लेकिन उसी दिन उनका अपहरण हो गया. उन्होंने कटरी की जमीन पर हुए भू-माफियाओं के कब्जे को लेकर भी एक रिपोर्ट तैयार की थी. इन रिपोर्ट्स के बाद से ही उनके ऊपर दबाव बनाया जा रहा था कि वह कोई भी रिपोर्ट सरकार को नहीं भेजे.

‘भू-माफियाओं ने किया अपहरण’

परिवार का कहना है कि जब लेखपाल मनीष ने कहा कि वे रिपोर्ट शासन को जरूर भेजेंगे, तो भू-माफियाओं ने उनका अपहरण कर लिया. परिवार के लोगों को डर सता रहा है कि कहीं अपहरणकर्ता उनके साथ कोई अनहोनी न कर दें. एडीएम और एसपी उत्तरी ने प्रेस वार्ता करके उस आरोप को खारिज किया, जिसमें जमीन घोटाले को लेखपाल के लापता होने की वजह बताई गई है. दरअसल लेखपाल की मां ने भू-माफियाओं पर 250 बीघा जमीन पर कब्जे और घोटाले का आरोप लगाया था.

इससे पहले भी गायब हो चुका है लेखपाल

उनके बेटे ने यह मामला उजागर किया तो उसे रास्ते से हटा दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि गांव खल्लपुर और खरगपुर तालुका रायपुर तोकमन में ग्राम समाज की जमीनों की जांच की गई. खरगपुर तालुका में नवीन परती की जमीन के एक हिस्से में गांव के ही कल्लू राम नाम के एक व्यक्ति ने एक मीटर आगे बढ़ाकर दीवार का निर्माण कराया था, जिस राजस्व की टीम ने हटवा दिया है. अधिकारियों ने दावा किया कि किसी जमीन पर कोई अवैध कब्जा जांच में नहीं पाया गया है. आंवला तहसील में तैनाती के समय भी करीब चार दिन के लिए लेखपाल गायब हो गया था. इसके बाद वह खुद लौट आया.


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