यूपी – भाजपा प्रदेश अध्यक्ष: 'संभल बवाल के पीछे सपा की अंदरूनी लड़ाई, कुछ लोगों ने साजिश के तहत किया पथराव' – INA

BJP State President: SP internal fight behind Sambhal riot, some people pelted stones as part of conspiracy

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी।

– फोटो : amar ujala

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि संभल में हुए बवाल के पीछे सपा की अंदरूनी लड़ाई है। न्यायिक आयोग की जांच से दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाएगा। विपक्षी दलों की स्थिति यह है कि चुनाव जीतने पर किसी को दोष नहीं देते हैं, लेकिन हारने पर ईवीएम को दोषी ठहराते हैं।

वह मंगलवार को मुरादाबाद के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि संभल मामले में भाजपा न्यायालय के साथ खड़ी है। अदालत के आदेश पर ही टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने गई। इस दौरान कुछ लोगों ने साजिश के तहत पथराव किया।
चार लोगों की मौत भी हो गई। वहां बवाल के पीछे सपा की अंदरूनी लड़ाई प्रतीत हो रही है। सपा कुंदरकी उपचुनाव भी हार गई। हार की हताशा के कारण इस घटना को अंजाम दिया गया। उनके अंदर हारने की कुंठा भरी हुई है। संभल में सपा के दो परिवारों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है।
अब धीरे-धीरे स्थिति शांत हो रही है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस और सपा के लोग पॉलिटिकल टूरिज्म के तहत संभल जाना चाहते हैं। सपा नेताओं का चरित्र है कि वे कानून व्यवस्था पर भरोसा नहीं रखते हैं। विपक्षी दलों की स्थिति यह है कि जीतने पर किसी को दोष नहीं देते हैं, लेकिन हारने पर ईवीएम को दोषी ठहराते हैं।
चुनाव आयोग पर भी सपा को भरोसा नहीं है। कटघर और शीशा मऊ में सपा जीती तो ईवीएम सही थी। बाकी जगह आरोप लगा रहे हैं। भाजपा झारखंड में बुरी तरह हार गई लेकिन उन्होंने किसी संस्था को दोषी नहीं ठहराया।

15 जनवरी तक नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हो जाएगा

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पार्टी में चुनाव चल रहा है। 15 जनवरी तक प्रदेश अध्यक्ष का भी चुनाव हो जाएगा। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है। उपचुनाव के कारण पार्टी के चुनाव का कार्यक्रम प्रभावित हुआ है। अभी तक 85 प्रतिशत बूथों का गठन हो गया है लेकिन 15 प्रतिशत अभी चुनाव प्रक्रिया में है।

इसके बाद मंडल अध्यक्षों, प्रांतीय परिषद और राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का चुनाव होगा। 30 दिसंबर पर महानगर और जिलाध्यक्ष का चुनाव पूरा हो जाएगा। जिलाध्यक्ष के चुनाव में ओबीसी और महिला के लिए आयु सीमा में छूट दी जाएगी। लगातार तीन बार कोई जिलाध्यक्ष नहीं चुना जाएगा। पार्टी के निर्धारित नियमों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी जनवरी में हो जाएगा।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि संभल में हुए बवाल के पीछे सपा की अंदरूनी लड़ाई है। न्यायिक आयोग की जांच से दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाएगा। विपक्षी दलों की स्थिति यह है कि चुनाव जीतने पर किसी को दोष नहीं देते हैं, लेकिन हारने पर ईवीएम को दोषी ठहराते हैं।

वह मंगलवार को मुरादाबाद के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि संभल मामले में भाजपा न्यायालय के साथ खड़ी है। अदालत के आदेश पर ही टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने गई। इस दौरान कुछ लोगों ने साजिश के तहत पथराव किया।
चार लोगों की मौत भी हो गई। वहां बवाल के पीछे सपा की अंदरूनी लड़ाई प्रतीत हो रही है। सपा कुंदरकी उपचुनाव भी हार गई। हार की हताशा के कारण इस घटना को अंजाम दिया गया। उनके अंदर हारने की कुंठा भरी हुई है। संभल में सपा के दो परिवारों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है।
अब धीरे-धीरे स्थिति शांत हो रही है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस और सपा के लोग पॉलिटिकल टूरिज्म के तहत संभल जाना चाहते हैं। सपा नेताओं का चरित्र है कि वे कानून व्यवस्था पर भरोसा नहीं रखते हैं। विपक्षी दलों की स्थिति यह है कि जीतने पर किसी को दोष नहीं देते हैं, लेकिन हारने पर ईवीएम को दोषी ठहराते हैं।
चुनाव आयोग पर भी सपा को भरोसा नहीं है। कटघर और शीशा मऊ में सपा जीती तो ईवीएम सही थी। बाकी जगह आरोप लगा रहे हैं। भाजपा झारखंड में बुरी तरह हार गई लेकिन उन्होंने किसी संस्था को दोषी नहीं ठहराया।

15 जनवरी तक नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हो जाएगा

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पार्टी में चुनाव चल रहा है। 15 जनवरी तक प्रदेश अध्यक्ष का भी चुनाव हो जाएगा। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है। उपचुनाव के कारण पार्टी के चुनाव का कार्यक्रम प्रभावित हुआ है। अभी तक 85 प्रतिशत बूथों का गठन हो गया है लेकिन 15 प्रतिशत अभी चुनाव प्रक्रिया में है।

इसके बाद मंडल अध्यक्षों, प्रांतीय परिषद और राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का चुनाव होगा। 30 दिसंबर पर महानगर और जिलाध्यक्ष का चुनाव पूरा हो जाएगा। जिलाध्यक्ष के चुनाव में ओबीसी और महिला के लिए आयु सीमा में छूट दी जाएगी। लगातार तीन बार कोई जिलाध्यक्ष नहीं चुना जाएगा। पार्टी के निर्धारित नियमों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी जनवरी में हो जाएगा।


Credit By Amar Ujala

Back to top button
Close
Log In
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science