UP News: लखनऊ में बनेगी दूसरी IT सिटी, बाराबंकी में बसेगी 159 एकड़ की टाउनशिप, आवंटियों के लिए भी राहत भरी खबर – INA

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आवास विकास परिषद दूसरी आईटी सिटी बनाने जा रहा है. इसके लिए योजना तैयार कर की गई है. वृंदावन योजना के सेक्टर-15 में आवास विकास परिषद 32 एकड़ में आईटी सिटी विकसित करेगा. इसके लिए योजना में दो बड़े प्लाट बनाए गए हैं, इनमें एक 12 व दूसरा 20 एकड़ का प्लाट है. इन्हें बेचने के लिए विज्ञापन भी जारी कर दिया गया है.
आवास विकास परिषद के सचिव नीरज शुक्ला ने बताया कि इन प्लाट को नीलामी से बेचा जाएगा, जो इन्हें खरीदेगा उसे आईंटी सेक्टर की कंपनी ही स्थापित करनी होगी. इसमें डाटा सेंटर से लेकर आईटी सेक्टर के अन्य काम किए जा सकेंगे. इसके अलावा आवास विकास परिषद की बैठक में बाराबंकी में नई टाउनशिप बनाए जाने की योजना को मंजूरी दी गई है. इसे जिले के खजूर गांव एवं तिन्दोला गांव तहसील नवाबगंज में 158.79 एकड़ में बसाया जाएगा.
आवंटियों के लिए राहत भरी खबर
लखनऊ आवास विकास एवं परिषद की विभिन्न योजनाओं में प्रधानमंत्री आवास के उन आवंटियों के लिए राहत भरी खबर है, जिनके आवंटन निरस्त हो चुके हैं. पीएम आवास के आवंटन के बाद से करीब 400 से अधिक आवंटियों ने एक भी किस्त नहीं जमा की है. इससे परिषद ने उनका आवंटन निरस्त कर दिया है. अब आवास विकास एवं परिषद की 271वीं बोर्ड बैठक में निर्णय लिया गया है, कि ऐसे आवंटियों को एक बार उनके निरस्त आवास के पुर्नजीवित कराने का मौका दिया जाएगा. लेकिन, उन्हें पूरा बकाया एक मुश्त जमा करना होगा.
आवंटियों को मिलेगा एक और मौका
अपर आवास आयुक्त एवं सचिव डॉ. नीरज शुक्ला ने बताया परिषद की योजनाओं में प्रधानमंत्री आवास बनाए गए हैं. लॉटरी प्रक्रिया के बाद आवंटित फ्लैटों के आवंटियों की ओर से पैसा जमा करने में समस्या आ रही है. इस बाबत करीब 400 से अधिक फ्लैटों का आवंटन एक भी किस्त न जमा किए जाने से निरस्त कर दिया गया है. लेकिन, निम्न वर्ग की इस समस्या को देखते हुए बोर्ड ने निर्णय लिया है कि ऐसे लोगों को एक बार और मौका दिया जाए.
एक मुश्त करनी होगी रकम जमा
इसके लिए पंजीकरण राशि जमा करने के बाद किस्त न देने वाले आवंटी अपने फ्लैट के पुर्नजीवन के लिए आवेदन कर सकेंगे. अभी तक एक महीने तक ही सुविधा मिलती है, अब उन्हें एक साल तक यह मौका मिलेगा. हालांकि, अपना फ्लैट पाने के लिए आवंटियों को पुर्नजीवन शुल्क के तौर पर पंजीकरण धनराशि का 40 प्रतिशत यानी करीब दो हजार रुपये देने के साथ ही फ्लैट का पूरा पैसा एक मुश्त जमा करना होगा.
बाराबंकी में बसेगी नई टाउनशिप
शालीमार कॉर्प लिमिटेड उत्तर प्रदेश टाउनशिप नीति-2023 के तहत बाराबंकी जिले के खजूर गांव एवं तिन्दोला गांव तहसील नवाबगंज में 158.79 एकड़ में टाउनशिप ला रहा है. परिषद की तरफ से लाइसेंस दिया गया है. मंगलवार को डीपीआर को भी मंजूरी दे दी गई. बुधवार को प्रमुख सचिव आवास पी गुरु प्रसाद की अध्यक्षता में आवास विकास एवं परिषद की बोर्ड बैठक में 21 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है.
निजी बिल्डर शालीमार की डीपीआर को मिली हरी झंडी
बाराबंकी के देवा स्थित खजूर गांव में धारा-28 की कार्यवाही की गई है. इसके तहत यहां 158 एकड़ में टाउनशिप विकसित करने के लिए निजी बिल्डर शालीमार की डीपीआर को हरी झंडी दी गई है. उन्होंने बताया इंटीग्रेटड टाउनशिप लाइसेंस के तहत बिल्डर ने 90 प्रतिशत जमीन खरीद ली है. अनुबंध के तहत दो एकड़ जमीन आवास विकास की ओर से अधिग्रहित कर दी जाएगी. बिल्डर की 10 प्रतिशत 15 एकड़ जमीन को बंधक रखा जाएगा. डीपीआर के अनुसार, बिल्डर को पांच साल में योजना विकसित करनी होगी. यहां मकान बनाकर बेचे जाएंगे.
स्टेट कैपिटल रीजन का होगी हिस्सा
किसान पथ से कनेक्टेड और बाराबंकी जिले में विकसित की जाने वाली शालीमार की टाउनशिप परियोजना प्रस्तावित स्टेट कैपिटल रीजन का हिस्सा होगी. इसकी लैंडस्केप प्लानिंग भी अंतरराष्ट्रीय शैली में की जाएगी. किसान पथ से जुड़ाव से लखनऊ और आस-पास के प्रमुख शहरी केंद्रों से सहज सम्पर्क मिलेगा. वहीं, इंटीग्र्रेटड टाउनशिप के नियमानुसार 20 प्रतिशत ईडब्लूएस व एलआईजी भवन बिल्डर को बनाने होंगे. इस गांव में 2016 में आवास विकास एवं परिषद ने आवासीस योजना लांच करने की योजना बनायी थी.
लखनऊ में बनेगी दूसरी IT सिटी, बाराबंकी में बसेगी 159 एकड़ की टाउनशिप, आवंटियों के लिए भी राहत भरी खबर
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