UP News: आपको एनर्जी नहीं बीमारी दे रही ये चाय, फैक्ट्री में मिलाया जा रहा था चमड़े वाला कलर – INA
गोरखपुर में चाय की पत्ती में केमिकल मिलकर बेचने का मामला सामने आया है. चाय की पत्ती में चमड़े को पॉलिश करने में उपयोग होने वाला केमिकल मिलाने की पुष्टि हुई है. खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन की टीम ने गोरखपुर की नौसढ स्थित एक गोदाम में छापेमारी की है. छापे के दौरान 180 क्विंटल चाय की पत्ती जब्त की गई है. 700 किलो केमिकल भी मिला है. बाजार में इसकी कीमत लगभग 23 लाख 40 हजार रुपए बताई जा रही है. फिलहाल टीम ने सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है. खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग अब खुली चाय की पत्ती बेचने वालों की जांच शुरू करेगा.
खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त डॉ सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि चाय की पत्ती में मिलावट की सूचना मिली थी. जिसको लेकर टीम चाय की पत्ती बेचने वाले नेटवर्क को कई दिनों से खंगाल रही थी. टीम को यह जानकारी मिली कि नौसढ के सिलीगुड़ी में DHTC के गोदाम में मिलावटी चाय की पत्ती की बड़ी खेप पहुंची है. जिसके बाद टीम ने छापेमारी की. 180 क्विंटल जहरीली चाय की पत्ती बरामद की गई है. उसके साथ 700 किलो केमिकल भी बरामद किया है. फिलहाल खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की टीम ने 9 नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं.
चमड़ा पॉलिश करने वाला रंग
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम सिलीगुड़ी से चाय की पत्ती और केमिकल मंगवा कर चाय की पत्ती में मिलावट का काम कर रहे थे. कारोबारी ने नौशढ में अपना गोदाम बना रखा था. टीम ने उस गोदाम को सिल कर दिया है. वहां से इकट्ठे नमूनों को जांच के लिए भेज दिया है. व्यापारी ने चाय की पत्ती को देवरिया जनपद के गौरी बाजार में लक्ष्मी इंटरप्राइजेज में भेजने की बात बताई. जिसके बाद वहां की टीम को इसके बारे में जानकारी दी गई.
सिलीगुड़ी से आ रही थी चाय
नौसढ़ छापेमारी करने पहुंची टीम जब गोदाम पर पहुंची तो हैरान रह गई. सिलीगुड़ी से मंगाई गई चाय की पत्ती में चाय के छोटे दाने की तरह दिखने वाले एक समान को देखा. जिसके बाद टीम ने उसे पानी में डाला तो पानी का रंग लाल हो गया. जिसके बाद पूछताछ में यह बात सामने आई है कि वो लोग चाय की पत्ती के छोटे दाने की तरह दिखने वाले केमिकल को चाय की पत्ती में मिलाते थे. इससे चाय का रंग बहुत अच्छा हो जाता है. पूछताछ में सामने आया है कि इस केमिकल के मिलाने के बाद उसका दाम चाय की हरी पत्ती से भी कम हो जाता है. चाय की हरी पत्ती की कीमत 250 रुपए है. केमिकल मिलाने के बाद चाय पत्ती की कीमत 100 से 200 रुपए प्रति किलो हो जाती हैं. जिस केमिकल को चाय में मिलाया जा रहा था उसका उपयोग चमड़े को पॉलिश करने में किया जाता है.
आपको एनर्जी नहीं बीमारी दे रही ये चाय, फैक्ट्री में मिलाया जा रहा था चमड़े वाला कलर
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