UP News: कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे: 2 घंटे की जगह 45 मिनट में होगी दूरी तय, जानें कब होगा शुरू? – INA

कानपुर-लखनऊ के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत और तेज करने का काम इस साल में पूरा होने की उम्मीद है. दोनों ही शहरों को लंबे समय से जरूरत थी एक एक्सप्रेस-वे की, जिसका सपना इस साल पूरा हो जाएगा. 63 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे आम लोगों के अलावा व्यापारिक दृष्टिकोण से भी लाभदायक साबित होगा. विभाग को उम्मीद है कि यह एक्सप्रेस-वे इसी साल लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.
लखनऊ शहर, उत्तर प्रदेश की राजधानी है तो कानपुर देश का मैनचेस्टर कहलाता है. इनके बीच की दूरी पूरी करने में घंटों का समय का समय लग जाता है. इसी समस्या को दूर करने के लिए एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है.दोनों शहरों के बीच की दूरी तकरीबन 85 किलोमीटर है. वर्तमान में सड़क मार्ग से इस दूरी को पूरा करने में दो घंटे से ज्यादा का समय लगता है. इसीलिए इस बात की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी कि दोनों प्रमुख शहरों के बीच एक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया जाए.
इतना हुआ काम पूरा, ये है लागत
भारतमाला परियोजना के तहत बनाए जा रहे इस एक्सप्रेस-वे का तकरीबन 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. 18 किलोमीटर एलिवेटेड और 45 किलोमीटर ग्रीन फील्ड के इस एक्सप्रेस-वे को लखनऊ एक्सप्रेस-वे से भी जोड़ा जाएगा. कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के निर्माण में तकरीबन 4700 करोड़ रुपए की लागत आ रही है. इस एक्सप्रेस-वे के बनने से दैनिक यात्रियों के साथ पर्यटन, व्यापार को भी फायदा होगा. कानपुर से ही तकरीबन 12 हजार लोग रोज लखनऊ काम करने जाते हैं.
45 मिनट में होगी दूरी तय
इस एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करते समय दो दर्जन से ज्यादा छोटे बड़े पुल और छह फ्लाईओवर पार करने होंगे. छह लेन के इस एक्सप्रेस-वे पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन दौड़ पाएंगे. विभाग के अधिकारियों के अनुसार, एक्सप्रेस-वे बनने के बाद कानपुर से लखनऊ की दूरी मात्र 35 से 45 मिनट में पूरी हो जाएगी. अधिकारियों के अनुसार, यह एक्सप्रेस-वे जून जुलाई तक पूरा होने की उम्मीद है.
कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे: 2 घंटे की जगह 45 मिनट में होगी दूरी तय, जानें कब होगा शुरू?
देश दुनियां की खबरें पाने के लिए ग्रुप से जुड़ें,
#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
Copyright Disclaimer :-Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Credit By :-This post was first published on https://www.tv9hindi.com/, we have published it via RSS feed courtesy of Source link,