UP News: पिछले साल इंटरव्यू से हुईं थीं बाहर, इस साल किया टॉप… ऐसी है UPSC टॉपर शक्ति दुबे की सक्सेस स्टोरी – INA

संघ लोक सेवा आयोग यानी UPSC ने सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है. इस बार यूपीएससी एरपेरेंट शक्ति दुबे ने देश के सबसे कठिन एग्जाम में टॉप किया है. शक्ति दुबे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली हैं और उनका ये 5th अटेंप्ट था. शक्ति ने बीएचयू से बायोकैमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. उनके यूपीएससी में टॉप करने के बाद टीवी9 भारतवर्ष ने उनके खास बातचीत की है.

शक्ति दुबे ने अपनी सफलता के बारे में कहा कि नंबर वन आने का तो कोई भी नहीं सोचता है, नंबर वन की उम्मीद नहीं की थी लेकिन इस बार तैयारी अच्छी थी तो लग रहा था कि लिस्ट में नाम तो होगा ही. इस लंबे सफर में पैरेंट्स का मोटिवेशन और सपोर्ट हमेशा साथ रहा और भगवान की कृपा हुई जिसकी वजह से आज मैं यहां हूं…

अपने पिता के बारे में बताते हुए शक्ति ने कहा कि वो उत्तरप्रदेश पुलिस में हैं. घर पर फोन से बात हुई. वहां जाकर उनसे मुलाकात होगी तो पता चलेगा.

चलिए जानते हैं इतनी बड़ी सफलता मिलने के बाद शक्ति का क्या कहना है-

सवाल- क्या अपने सब इंस्पेक्टर पिता को बताया कि बीटिया कलैक्टर बनने वाली है?

शक्ति दुबे ने कहा कि सबसे पहला कॉल तो पापा को ही किया था कि पापा लास्ट इयर की तरह नहीं इस बार लिस्ट में नंबर आ गया है. पापा बहुत खुश हैं.

सवाल- IAS, IPS आगे क्या चुनेंगी?

शक्ति दुबे ने बताया कि वो IAS ही चुनेंगी. वही उनका पहला प्रिफरेंस था.

सवाल- जो एसपिरेंट हैं और काफी समय से कोशिश भी कर रहे हैं उन्हें आप क्या कहेंगी? क्योंकि आपका भी ये पांचवां अटेंप्ट था.

सबकी जर्नी तो अलग ही होती है. कुछ का पहले अटेंप्ट में ही सपना पूरा हो जाता है. कुछ लोगों को मेरी तरह 5 लग जाते हैं. कुछ ऐसे भी होते हैं जिनको शायद ये मौका ही नहीं मिलता. मैं बस इतना ही कहना चाहूंगी कि इंसान को बस दिल से मेहनत करना चाहिए बाकी चीजें डेस्टिनी पर छोड़ देना चाहिए. हां ध्यान रहे कि अपनी मेहनत में कोई कसर न हो.

सवाल- आपने अपना समय मैनैज कैसे किया? सोशल मीडिया एक बड़ी बाधा होता है.

शक्ति दुबे ने कहा कि ऐसा नहीं है… UPSC का टाइम कोविड से कोलाइड किया था उस वक्त वैसे भी बाहर आना-जाना बहुत कम हो गया था. वह सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती थीं लेकिन उस पर बहुत ज्यादा समय इन्वेस्ट नहीं किया था. अगर सभी चीजें बैलेंस में की जाएं तो कोई दिक्कत नहीं होती है.

सवाल- यूपीएससी की तैयारी कैसे की और किस शेड्यूल को किया फॉलो?

दिन में चार चीजें करनी होती थी. एक करेंट अफेयर्स का स्लॉट होता था, एक जनरल नॉलेज का स्लॉट होता था, एक ऑप्शनल का स्लॉट होता था और एक टेस्ट प्रैक्टिस का स्लॉट होता था. जब मेन्स का टाइम था तो मेन्स के आंसर लिखते थे. जब प्रिलिंबस का टाइम होता था तो उसके मॉक टेस्ट देते थे तो इन 4 चीजों में मेरा पूरा दिन बंटा होता था. इस बीच कभी खाना खाने के बाद थोड़ा रेस्ट करना होता था. तो सोशल मीडिया मैं देख लेती थी.

सवाल- इतने सालों की तैयारी में कभी वो पल आया कि लगा कि अब नहीं हो पाएगा?

शक्ति दुबे ने बताया कि लास्ट ईयर ही जब रिजल्ट आया था तो इंटरव्यू में 12 मार्क्स से मेरा नाम रह गया था. लास्ट ईयर ही ये लगा था कि दोबारा से प्रिलिंबस और मेन्स क्लियर करना मेरे बस का नहीं होगा. हालांकि मैं कहूंगी कि मैं लकी थी, मैं ऐसे लोगों को जानती थी जिन्होंने बहुत मेहनत की थी लेकिन गोल अचीव नहीं कर पाए.

सवाल- मेन्स के इंटरव्यू में जब पैनल आपसे सवाल कर रहा था तो वो कौन सा सवाल था जिसके जवाब के साथ आपको यकीन हो गया कि बस अब सिलेक्शन हो गया?

शक्ति दुबे ने कहा कि इस चीज़ को आप कह नहीं सकते. लेकिन मेरी हॉबी है कविता लिखना तो इंटरव्यू में कहा गया कि अपनी लिखी हुई कविता सुनाओ. जब मैंने सुनाया तो उस वक्त जो रेस्पॉन्स मुझे मिला, जितना उन्होंने सराहना की, तब मुझे लगा कि वो इंटरव्यू को बैलेंस कर गया.

सवाल- आगे आने वाले UPSC एस्पिरेंट को आप अपनी ओर से कोई टिप्स देना चाहें तो.

शक्ति दुबे ने कहा कि अगर लास्ट ईयर मुझसे कोई ये बात कहता कि भगवान जब करते हैं तो इंतजार करो, भगवान आपको उससे कुछ बड़ा देंगे. तो शायद मैं भी यकीन नहीं करती. लेकिन आप लोग जिस भी पोजिशन पर होंगे आप भी यकीन ना करो, वो छात्र भी ना करें जिन्होंने इंटरव्यू दिया था लेकिन मैं उनसे कहूंगी कि इंतजार करो, भगवान के पास आपके लिए हमेशा एक बेहतर प्लान होता है.

पिछले साल इंटरव्यू से हुईं थीं बाहर, इस साल किया टॉप… ऐसी है UPSC टॉपर शक्ति दुबे की सक्सेस स्टोरी





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