UP News: Shamli: 1444 लोगों की हत्या, 334 साल पुरानी कहानी, अब खुदाई की मांग; RDL विधायक अशरफ अली के किले का क्या है रहस्य? – INA
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शामली जिले के थानाभवन से विधायक अशरफ अली के किले मनहार खेड़ा को लेकर विवाद लगातार गहराता ही जा रहा है. कस्बा जलालाबाद में स्थित किले के अंदर पुरातत्व विभाग के द्वारा खुदाई करवाई जाने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में मनहार खेड़ा संघर्ष समिति के लोग बुधवार को शामली कलेक्ट्रेट पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि किले के अंदर उनके 1,444 पूर्वजों (महिला-पुरुष) की अस्थियां दबी हुई हैं.
साथ ही उनकी पारिवारिक रानियां और बच्चीयों के द्वारा जल जौहर जिस कुएं में किया गया था, उसकी भी पुरातत्व विभाग के द्वारा खुदाई की जाए और सभी अस्थियों को उन्हें सौंपा जाए, जिन्हें वह गंगा में प्रभावित कर अपने पूर्वजों की आत्मा को शांति दिला सकें. आंदोलनकारियों की मांग थी कि यदि दो महीने के अंदर यह कार्य नहीं हुआ तो समस्त हिंदू समाज किले के अंदर बड़ी हिंदू महापंचायत करेगा, जबकि अब उनके बच्चों ने भी एलान कर दिया कि जब तक अस्थियां नहीं, तक गंगा स्नान नहीं करेंगे.
थानाभवन से RLD विधायक हैं अशरफ अली
बता दें कि यह मामला शामली के कस्बा जलालाबाद स्थित राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के थानाभवन से विधायक अशरफ अली के आवास से जुड़ा है, जहां उनके किले नुमा आवास को लेकर मनहार खेड़ा संघर्ष समिति के लोग दावा कर रहे हैं कि यह किला उनके पूर्वजों का किला था. जलाल खान ने उनके पूर्वजों की जहर देकर हत्या कर दी थी और किले पर कब्जा कर लिया था. वह सभी इसको पुरातत्व विभाग के संरक्षण में दिए जाने की मांग कर रहे हैं.
334 साल पुरानी है हत्या की ये कहानी
इसी मांग को लेकर बड़ी संख्या में सर्व समाज के नागरिक बुधवार शामली कलेक्ट्रेट में पहुंचे. सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा और प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद उन्होंने एडीएम परमानंद झा और एसडीएम हामिद हुसैन को सयुक्त रूप से एक ज्ञापन सौंपा. मनहार खेड़ा किले के अंतिम राजा गोपाल सिंह की 16वीं पीढ़ी के वंशज भानु प्रताप सिंह ने दावा किया कि सन 1690 में जलाल खान ने दावत के नाम पर उनके 1,444 पूर्वजों को जहर देकर मार दिया था और उनकी अस्थियों को किले के अंदर ही दफन कर दिया.
1,444 परिजनों की अस्थियां किले में दफन
यही नहीं किले में मौजूद रानियां और छोटी-छोटी बच्चियों ने एक कुएं के अंदर कूद कर जल जौहर किया था. उनके 1,444 परिजनों, जोहर करने वाली रानियों और बच्चियों की अस्थियां आज भी किले के अंदर दफन हैं. खुदाई करके उनके पूर्वजों की हस्थियों को उनको सौंपा जाए, जिससे कि वह विधि-विधान के साथ अस्थियों का गंगा में विसर्जन कर उनकी आत्माओं को शांति दिला सकें. उन्होंने मांग की कि वर्तमान में किले पर विधायक असरफ अली का कब्जा है, जो की उत्तर प्रदेश में गठबंधन सरकार का हिस्सा हैं.
राजनीतिक दबाव में विधायक की मदद की जा रही!
कहीं न कहीं राजनीतिक दबाव में विधायक की मदद की जा रही है. आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि दो माह के अंदर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वह किले के अंदर ही एक विशाल हिंदू महापंचायत का आयोजन करेंगे और आगे की रणनीति वहीं तय की जाएगी. अब प्रदर्शन करने आए बच्चों और युवाओं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्दी ये कार्यवाही करते हुए हमारे समाज के लोगों की अस्थियां नहीं निकाली गईं तो हमारा समाज गंगा में स्नान नहीं करेगा और तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
एसडीएम शामली हामिद हुसैन ने दी जानकारी
इस मामले में एसडीएम शामली हामिद हुसैन ने बताया कि आज मनहार खेड़ा समिति के सदस्य आए थे. वो जलालाबाद के किले को पुरातत्व विभाग के संरक्षण में दिए जाने की मांग कर रहे हैं. हमसे पुरातत्व विभाग ने कुछ रिकॉर्ड मांगे गए थे, जो हमने भेज दिए हैं. इन लोगों की मांग है कि किले के अंदर खुदाई की जाए. हम ज्ञापन को सक्षम जगह भेजेंगे और जो भी आदेश होगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी. किले के अंदर खुदाई होगी या नहीं होगी यह पुरातत्व विभाग ही देखेगा. जैसा निर्देश होगा, उसके अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी.
(इनपुट- श्रवण पंडित/शामली)
Shamli: 1444 लोगों की हत्या, 334 साल पुरानी कहानी, अब खुदाई की मांग; RDL विधायक अशरफ अली के किले का क्या है रहस्य?
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