यूपी- ’50 से ज्यादा लोग जुमे पर नमाज पढ़ने न आएं’… UP कॉलेज की नमाजियों को दो टुक, मुफ्ती ने जताया ऐतराज – INA

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में यूपी कॉलेज के वक्फ की जमीन पर बने होने की अफवाह अब समाप्त हो गई है. यूपी कॉलेज के प्रिंसिपल ने टीवी9 डिजिटल को बताया कि यूपी सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से 3/12/2024 को लेटर जारी कर ये बताया गया है कि 18 जनवरी 2021 को ही वक्फ बोर्ड ने इस मामले को खारिज कर दिया था. अब जुमे की नमाज को लेकर हमने प्रशासन को बता दिया है कि कैंपस में कानून व्यवस्था बहाल रखना आपकी जिम्मेदारी है. पचास से ज्यादा नमाजी किसी हाल में नमाज पढ़ने के लिए नहीं आने चाहिए. जिसके लेकर एक नया विवाद शुरू हो गया है.

यूपी कॉलेज के वक्फ से जुड़ा विवाद अभी थमा ही था कि मस्जिद और नमाज पर अब रार शुरू हो गई है. तीन दिसंबर को यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के विधि अधिकारी अब्दुल मोबिन खान ने एक लेटर जारी कर ये बताया कि 6/12/2018 को वक्फ अधिनियम 1995 के धारा 36(7) के तहत सहायक सचिव आले अतीक द्वारा जो नोटिस निर्गत की गई थी उसे 18/1/2021 को यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के द्वारा निरस्त किया जा चुका है. वक्फ बोर्ड के लेटर जारी होने के बाद फिलहाल ये विवाद थमता नजर आ रहा है.

इस लेटर के जारी होने के बाद यूपी कॉलेज प्रशासन ने भी ये कहा कि जब वक्फ बोर्ड को इससे कोई लेना देना ही नही है तो हमारा भी वक्फ बोर्ड से कोई विवाद नही है. शहर-ए-मुफ्ती अब्दुल बातिन नोमानी ने भी इस विवाद को अनावश्यक बताया और वक्फ बोर्ड के लेटर जारी करने के बाद इस विवाद को समाप्त बताया है. दोनों ही पक्ष इस मामले पर चल रहे विवाद पर विराम लगा दिए हैं.

अब छोटी मस्जिद को लेकर विवाद

अभी ये विवाद ठीक से थमा भी नही था कि यूपी कॉलेज कैंपस की छोटी मस्जिद को लेकर विवाद शुरू हो गया है. यूपी कॉलेज प्रशासन का ये कहना है कि कॉलेज कैंपस में एक मजार तो थी लेकिन मस्जिद नहीं थी. थोड़े-थोड़े अंतराल पर 1989 से 2012 तक एक स्ट्रक्चर खड़ा कर लिया गया. पांच सात नमाजियों के द्वारा नमाज होती रही लेकिन बड़ी संख्या में नमाजियों के आने से कैंपस के लिखने-पढ़ने का माहौल खराब हो रहा है. कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह ने प्रशासन से जुमे वाले दिन 50 से ज्यादा नमाजियों की संख्या पर रोक लगाने की मांग की है.

जुमे से पहले फोर्स तैनात

वाराणसी के शहर-ए-मुफ़्ती अब्दुल बातिन नोमानी ने यूपी कॉलेज के छोटी मस्जिद को नवाब टोंक के द्वारा बनवाया गया बताते हैं. उनका कहना है कि यहां कम संख्या में ही लेकिन हमेशा से नमाज पढ़ी जाती रही है. पिछले दो दिन से अगर नमाज नहीं पढ़ी जा रही है तो ये ठीक नहीं है. जो पाचों वक्त के नमाजी हैं उनको कम से कम वहां नमाज पढ़ने के लिए जाने देना चाहिए.जुमे से पहले यूपी कॉलेज परिसर में फोर्स तैनात कर दी गई है.

वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ने कैंपस का मुआयना किया और कानून व्यवस्था हर हाल में बहाल रखने के निर्देश दिए. सुरक्षा कारणों से आईडी देखकर ही लोगों को कैंपस में जाने दिया जा रहा है. छात्रों की तरफ से भी जुमे के दिन नमाजियों की सीमित संख्या को लेकर दिए गए अल्टीमेटम पर पुलिस की नजर है. आने वाला जुमा छह दिसंबर को है और इस वजह को लेकर भी प्रशासन हाईअलर्टपरहै.


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