यूपी- वेज ऑर्डर किया, वेटर ने परोस दिया चिकन… मेरठ के रेस्टोरेंट में बवाल – INA
मेरठ के मशहूर रेस्टोरेंट रोमियो लेन में एक हिंदू फैमिली ने बड़ा आरोप लगाते हुए वीडियो बनाया है, जो अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. इस वीडियो में एक फैमिली ने आरोप लगाया है कि इस रोमियो लेन रेस्टोरेंट में उन्होंने वेज खाना ऑर्डर किया था, लेकिन मुस्लिम वेटर ने उनको नॉनवेज खाना परोस दिया. इस आरोप के साथ उन्होंने एक वीडियो बनाई, जो वायरल हो रही है.
वायरल वीडियो 6 दिसंबर की बताई जा रही है. गंगानगर थाना क्षेत्र के गंगाधाम निवासी एस्ट्रोलॉजर विभोर इंदू सूद अपनी फैमिली के साथ रोमियो लेन में डिनर करने गए थे. विभोर और उनकी फैमिली ने शाकाहारी व्यंजन का ऑर्डर दिया था, लेकिन उनको ऑर्डर में चिकन परोस दिया गया. विभोर की फैमिली ने आरोप लगाया कि मुस्लिम वेटर सुल्तान ने उन्हें जानबूझकर नॉनवेज परोस था.
परोसा नॉनवेज खाना
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि जो मास्टर शेफ है, उसका नाम जैदी है और वो भी मुस्लिम है. इस मामले की पूरी शिकायत विभोर इंदु सूद और उनकी फैमिली ने पुलिस से भी करी. हालांकि, इस मामले में सूद ने बताया कि उन्हें नॉनवेज परोसा गया था, लेकिन उन्होंने नॉनवेज को चखा भी नहीं. नॉनवेज को चखने से पहले ही विभोर ने खाने पर अपना एतराज जता दिया था. एस्ट्रोलॉजर विभोर ने बताया कि उन्होंने इस मामले की पुलिस को तहरीर दी है, लेकिन अब कोई शिकायत उनको आगे नहीं करनी है.
‘धर्म और जाति देखकर नहीं दी नौकरी’
वहीं, दूसरी तरफ रोमियो लेन फ्रेंचाइजी के ऑनर सनी अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने किसी को जाति या धर्म देखकर नौकरी नहीं दी है, काबिलियत के हिसाब से नौकरी दी है और गलती से दूसरी टेबल पर ऑर्डर सर्व किया गया था. ऑर्डर देने से पहले वेटर ने ग्राहक से ऑर्डर कंफर्म किया था. ग्राहक के मना करने पर ऑर्डर नहीं दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसका भी विरोध किया था. सनी अग्रवाल ने बताया कि उनको इस मामले कोई साजिश लग रही है. उनका कहना है कि हमें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
मामले की जानकारी होते ही हिंदूवादी नेता भी रोमियो लेन रेस्टोरेंट पहुंचे. उन्होंने यहां हिंदुओं से अपील करी कि किसी भी रेस्टोरेंट या होटल में आते ही रसोइया की जानकारी ले. उन्होंने कहा कि वेज और नॉन वेज की रसोई अलग होनी चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि यदि शिकायतकर्ता ने शिकायत वापस ले ली है, तो कारण पता करके शिकायतकर्ता पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए. वहीं, पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.
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