संभल में बवाल की जांच करने के लिए न्यायिक जांच आयोग के अध्यक्ष सहित दो सदस्य शनिवार की शाम मुरादाबाद के सर्किट हाउस पहुंचे। यहां मंडलायुक्त, डीआईजी सहित अन्य अधिकारियों ने आयोग के सदस्यों से मुलाकात की। रविवार को न्यायिक जांच आयोग के अध्यक्ष जांच के लिए संभल जाएंगे।
कोर्ट के आदेश पर संभल स्थित जामा मस्जिद की जांच करने के लिए कोर्ट कमिश्नर के नेतृत्व में सर्वे टीम 24 नवंबर को गई थी। जांच के दौरान लोगों ने सर्वे टीम का विरोध किया। पुलिस के बल प्रयोग करने पर गुस्साए लोगों ने पथराव किया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
इस दौरान फायरिंग भी हुई। बवाल के दौरान पांच लोगों की मौत हो गई। इस मामले को लेकर कांग्रेस, सपा सहित अन्य दलों ने जोरदार ढंग से आवाज उठाई। संसद में भी इस मामले को लेकर हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच करने के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया।
आयोग के अध्यक्ष हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश देवेंद्र अरोड़ा, सदस्य पूर्व डीजीपी एके जैन और रिटायर्ड अपर मुख्य सचिव अमित मोहन बनाए गए। शनिवार को आयोग के अध्यक्ष हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश और पूर्व डीजीपी एके जैन सर्किट हाउस आए।
इसकी जानकारी मिलने के बाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह, डीआईजी मुनिराज जी, एसएसपी सतपाल अंतिल शिष्टाचार भेंट करने के लिए गए। उन्होंने अधिकारियों से कुछ देर तक बातचीत की। मंडलायुक्त का कहना है कि आयोग की टीम रविवार को संभल जाएगी।
स्थिति का जायजा लेने के बाद आयोग नोटिस जारी कर लोगों से पूछताछ करेगा। संभल की घटना को लेकर आयोग से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई है। क्योंकि वह घटना के हिस्सा ही नहीं हैं।
संभल में बवाल की जांच करने के लिए न्यायिक जांच आयोग के अध्यक्ष सहित दो सदस्य शनिवार की शाम मुरादाबाद के सर्किट हाउस पहुंचे। यहां मंडलायुक्त, डीआईजी सहित अन्य अधिकारियों ने आयोग के सदस्यों से मुलाकात की। रविवार को न्यायिक जांच आयोग के अध्यक्ष जांच के लिए संभल जाएंगे।
कोर्ट के आदेश पर संभल स्थित जामा मस्जिद की जांच करने के लिए कोर्ट कमिश्नर के नेतृत्व में सर्वे टीम 24 नवंबर को गई थी। जांच के दौरान लोगों ने सर्वे टीम का विरोध किया। पुलिस के बल प्रयोग करने पर गुस्साए लोगों ने पथराव किया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
इस दौरान फायरिंग भी हुई। बवाल के दौरान पांच लोगों की मौत हो गई। इस मामले को लेकर कांग्रेस, सपा सहित अन्य दलों ने जोरदार ढंग से आवाज उठाई। संसद में भी इस मामले को लेकर हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच करने के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया।
आयोग के अध्यक्ष हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश देवेंद्र अरोड़ा, सदस्य पूर्व डीजीपी एके जैन और रिटायर्ड अपर मुख्य सचिव अमित मोहन बनाए गए। शनिवार को आयोग के अध्यक्ष हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश और पूर्व डीजीपी एके जैन सर्किट हाउस आए।
इसकी जानकारी मिलने के बाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह, डीआईजी मुनिराज जी, एसएसपी सतपाल अंतिल शिष्टाचार भेंट करने के लिए गए। उन्होंने अधिकारियों से कुछ देर तक बातचीत की। मंडलायुक्त का कहना है कि आयोग की टीम रविवार को संभल जाएगी।
स्थिति का जायजा लेने के बाद आयोग नोटिस जारी कर लोगों से पूछताछ करेगा। संभल की घटना को लेकर आयोग से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई है। क्योंकि वह घटना के हिस्सा ही नहीं हैं।