यूपी- कभी हिंदू, कभी मुस्लिम… AMU के एसोसिएट प्रोफेसर को था फंसाना, साथी प्रोफेसर ने 22 बार बदला भेष; डाक से की शिकायत – INA

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एक अजीबोगरीब मामला देखने को मिला है. यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर रियाजुद्दीन ने अपने ही विभाग के प्रोफेसरों की झूठी शिकायतें पुलिस और एएमयू इंतजामिया से कीं. यह मामला सिर्फ शिकायत तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि आरोपी प्रोफेसर ने स्टूडेंट बनकर यह शिकायत की. आरोपी प्रोफेसर कभी हिंदू छात्रा बनकर शिकायतें करता तो कभी वह किसी मुस्लिम छात्रा के नाम से साथी प्रोफेसरों की शिकायतें करता था.

आरोपी प्रोफेसर ने ऐसा एक दो नहीं बल्कि 22 बार किया. उनके साथी एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. इशाद मोहम्मद खान को जब संदेह हुआ तो उन्होंने खुद ही मामले की छानबीन शुरू की और साक्ष्य जुटाए. फिर उन्होंने यह सारी चीजें पुलिस को दी, तब जाकर यह मामला खुला.

AMU के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट में आरोपी प्रोफेसर की पोस्टिंग

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रोफेसर रियाजुद्दीन पर गंभीर आरोप लगे हैं. उन पर अरोप है कि उन्होंने हिंदू और मुस्लिम छात्राओं के नाम पर अपने एसोसिएट प्रोफेसर की झूठी शिकायतें की हैं. ऐसा उन्होंने एक दो नहीं बल्कि पूरे 22 बार किया है. आरोपी प्रो. रियाजुद्दीन डाक विभाग से रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट के जरिए पुलिस को शिकायत करते थे और अधिकारी गुमराह होकर मामले की जांच शुरू कर देते थे.

साथी प्रोफेसरों की झूठीं शिकायतें

प्रोफेसर अपने एसोसिएट प्रोफेसर पर धार्मिक आरोप, परीक्षाओं में गड़बड़ी और पेपर संबंधी आरोप लगाते थे. आरोप गंभीर होने के कारण अधिकारी उसकी छानबीन शुरू कर देते थे. केमिस्ट्री विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. इशात मोहम्मद खान ने बताया कि बीते 16 नवंबर को विभाग के प्रोफेसर रियाजुद्दीन की शिकायत की, जिसमें उन्होंने बताया कि रियाजुद्दीन लगातार उनकी झूठी शिकायतें कर रहे हैं और अधिकारियों को गुमराह भी कर रहे हैं.

रियाजुद्दीन ने 20 सितंबर को भी एक हिंदू छात्रा के नाम से झूठी शिकायत की. एसो. प्रोफेसर डॉ. इशात मोहम्मद खान ने डाक विभाग के CCTV फुटेज भी एएमयू के अधिकारियों और पुलिस को सौंपे हैं, जिसमें आरोपी प्रोफेसर झूठा शिकायती पत्र भेजने आया था, जिसके बाद आरोपी प्रोफेसर को नोटिस जारी किया गया है.

आरोपी प्रोफेसर ने कबूल की अपनी गलती

वहीं, पूरे मामले पर जानकारी देते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जनसंपर्क कार्यालय के एमआईसी असीम सिद्दीकी ने बताया कि एसो. प्रोफेसर से मिले साक्ष्यों के बाद पुलिस के उच्च अधिकारियों ने आरोपी प्रोफेसर से पूछताछ की. पहले वह सभी आरोपों को नकारते रहे और कहा कि वह अपनी व्यक्तिगत पोस्ट करने गए थे.

जब शिकायती पत्र और प्रोफेसर को मिलने वाली रसीद का समय मिलान किया गया और रिकॉर्डिंग देखी गई तो सारी सच्चाई सामने आ गई. उन्होंने अधिकारियों के सामने सारी बात कबूल की. इसके ऑडियो-वीडियो पुलिस ने एएमयू इंतजामिया के सुपुर्द कर दिए हैं.

आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ जारी किया गया नोटिस

आसिम सिद्दीकी ने कहा कि एएमयू के रजिस्ट्रार इमरान खान (IPS) की ओर से आरोपी प्रोफेसर को नोटिस जारी करते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है. आरोपी प्रोफेसर को सात दिन के अंदर नोटिस का जवाब देना होगा. इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

अगर प्रोफेसर संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. उन्हें दोषी मानते हुए केंद्रीय सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील नियम), 1965 और विश्वविद्यालय के प्रावधानों के साथ शिक्षक आचरण और अनुशासन नियम, 2020 के अनुसार कठोर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.


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