यूपी – UP News: पत्नी की हत्या कर खुद फांसी झूला SDRF जवान, लाशें देख चीख उठे घरवाले; किराये के कमरे में रहता था – INA

SDRF jawan hanged himself after killing his wife in Lucknow

अजय की फाइल फोटो… जांच करती पुलिस

– फोटो : अमर उजाला

राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) वाहिनी लखनऊ में तैनात सिपाही अजय सिंह (27) का शव मंगलवार सुबह उनके कमरे में फंदे पर लटका मिला। उनकी पत्नी नीलम (24) का शव बेड पर पड़ा था। वह दो माह की गर्भवती थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों के आत्महत्या करने की पुष्टि हुई है। आशंका जताई जा रही है कि नीलम ने पहले फंदा लगाया। यह देखकर अजय ने नीलम को फंदे से उतारा और फिर खुदकुशी कर ली।

आगरा के अछनेरा थानाक्षेत्र के ग्राम मांगुरा के रहने वाले अजय सिंह 2019 में पीएसी में भर्ती हुए थे। वह एसडीआरएफ कैंप के बाहर पूर्व प्रधान रामू के मकान में 10 माह से किराये पर रह रहे थे। मंगलवार सुबह अजय के परेड में नही पहुंचने पर एसडीआरएफ में तैनात कर्मी शहंशाह कटिहार ने उन्हें फोन मिलाया। वह सोमवार शाम को भी परेड में शामिल नहीं हुए थे। संदेह होने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस टीम मौके पर पहुंची और कमरे के रोशनदान से झांका तो अजय फंदे से लटके मिले। दरवाजा भीतर से बंद था। जवानों की मदद से दरवाजा खोलकर पुलिस टीम भीतर दाखिल हुई, तो देखा कि नीलम का शव बेड पर पड़ा था। बताया जा रहा है कि अजय ने तीन साल पहले न्यू आगरा के नगला पदी निवासी अमर सिंह की बेटी नीलम से शादी की थी।
बिजनौर थाने की पुलिस ने मंगलवार सुबह अजय के पिता निरंजन सिंह को फोन कर घटना की जानकारी दी। बेटे की मौत की खबर सुनकर निरंजन बेसुध हो गए। थोड़ी देर बाद सामान्य होने पर उन्होंने पुलिस को फोन कर बताया कि बेटे की शादी ही नहीं हुई है। यह सुनकर पुलिस हैरान रह गई। दोपहर बाद निरंजन परिजनों के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने बताया कि लड़की के बारे में उन्हें कुछ नहीं पता है।
कोई सुसाइड नोट नहीं मिला
डीसीपी साउथ केशव कुमार का कहना है कि नीलम के शरीर पर कोई जाहिरा चोट के निशान नहीं मिले हैं। फॉरेंसिक टीम ने कमरे की वीडियोग्राफी की है। साक्ष्य जुटाए गए हैं। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
घर पर नहीं भेजता था पैसे, जांच की मांग
निरंजन के मुताबिक, तीन साल से बेटा घर पैसे नहीं भेज रहा था। इस बारे में पूछने पर टाल जाता था। दो साल पहले उसकी पोस्टिंग लखनऊ में हुई थी। सोमवार शाम को उसने कॉल कर हालचाल लिया था और मां मंजू के बारे में भी जानकारी ली। तब वह बिल्कुल ठीक था। आरोप है कि अजय का वेतन उस पर दबाव बनाकर अन्य लोग इस्तेमाल कर रहे थे। उसके बैंक खाते की पड़ताल की जाए तो पूरा मामला साफ हो जाएगा। उन्होंने जांच कराने की मांग की है।
मंदिर में की थी शादी, लड़की पक्ष ने साधी चुप्पी
अजय ने मंदिर में नीलम से शादी की थी। घटना की जानकारी पर नीलम का छोटा भाई जीवन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। जीवन भी एक साल से एसडीआरएफ के मेस में काम कर रहा है। उसकी नौकरी अजय ने ही लगवाई थी। हालांकि, पूरे मामले में जीवन ने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया। नीलम के पिता व अन्य परिजन आगरा से लखनऊ आ रहे हैं। जीवन ने बताया कि फोन पर बहन से बात होती थी। नीलम छह भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थीं।
अक्सर होता था विवाद, झगड़े के बाद दे दी जान
स्थानीय लोगों का कहना है कि पति-पत्नी में आए दिन विवाद होता था। कई बार कमरे से तेज आवाज सुनाई देती थी। बताया जा रहा है कि अजय व नीलम के बीच सोमवार देर शाम को भी किसी बात पर विवाद हुआ था। अजय कमरे से बाहर चले गए और नीलम ने फंदा लगा लिया। अजय जब लौटे तो नीलम फंदे पर लटकी मिली। अजय ने पत्नी को फंदे से उतारा और फिर खुद भी जान दे दी।
 

राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) वाहिनी लखनऊ में तैनात सिपाही अजय सिंह (27) का शव मंगलवार सुबह उनके कमरे में फंदे पर लटका मिला। उनकी पत्नी नीलम (24) का शव बेड पर पड़ा था। वह दो माह की गर्भवती थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों के आत्महत्या करने की पुष्टि हुई है। आशंका जताई जा रही है कि नीलम ने पहले फंदा लगाया। यह देखकर अजय ने नीलम को फंदे से उतारा और फिर खुदकुशी कर ली।

आगरा के अछनेरा थानाक्षेत्र के ग्राम मांगुरा के रहने वाले अजय सिंह 2019 में पीएसी में भर्ती हुए थे। वह एसडीआरएफ कैंप के बाहर पूर्व प्रधान रामू के मकान में 10 माह से किराये पर रह रहे थे। मंगलवार सुबह अजय के परेड में नही पहुंचने पर एसडीआरएफ में तैनात कर्मी शहंशाह कटिहार ने उन्हें फोन मिलाया। वह सोमवार शाम को भी परेड में शामिल नहीं हुए थे। संदेह होने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस टीम मौके पर पहुंची और कमरे के रोशनदान से झांका तो अजय फंदे से लटके मिले। दरवाजा भीतर से बंद था। जवानों की मदद से दरवाजा खोलकर पुलिस टीम भीतर दाखिल हुई, तो देखा कि नीलम का शव बेड पर पड़ा था। बताया जा रहा है कि अजय ने तीन साल पहले न्यू आगरा के नगला पदी निवासी अमर सिंह की बेटी नीलम से शादी की थी।
बिजनौर थाने की पुलिस ने मंगलवार सुबह अजय के पिता निरंजन सिंह को फोन कर घटना की जानकारी दी। बेटे की मौत की खबर सुनकर निरंजन बेसुध हो गए। थोड़ी देर बाद सामान्य होने पर उन्होंने पुलिस को फोन कर बताया कि बेटे की शादी ही नहीं हुई है। यह सुनकर पुलिस हैरान रह गई। दोपहर बाद निरंजन परिजनों के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने बताया कि लड़की के बारे में उन्हें कुछ नहीं पता है।
कोई सुसाइड नोट नहीं मिला
डीसीपी साउथ केशव कुमार का कहना है कि नीलम के शरीर पर कोई जाहिरा चोट के निशान नहीं मिले हैं। फॉरेंसिक टीम ने कमरे की वीडियोग्राफी की है। साक्ष्य जुटाए गए हैं। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
घर पर नहीं भेजता था पैसे, जांच की मांग
निरंजन के मुताबिक, तीन साल से बेटा घर पैसे नहीं भेज रहा था। इस बारे में पूछने पर टाल जाता था। दो साल पहले उसकी पोस्टिंग लखनऊ में हुई थी। सोमवार शाम को उसने कॉल कर हालचाल लिया था और मां मंजू के बारे में भी जानकारी ली। तब वह बिल्कुल ठीक था। आरोप है कि अजय का वेतन उस पर दबाव बनाकर अन्य लोग इस्तेमाल कर रहे थे। उसके बैंक खाते की पड़ताल की जाए तो पूरा मामला साफ हो जाएगा। उन्होंने जांच कराने की मांग की है।
मंदिर में की थी शादी, लड़की पक्ष ने साधी चुप्पी
अजय ने मंदिर में नीलम से शादी की थी। घटना की जानकारी पर नीलम का छोटा भाई जीवन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। जीवन भी एक साल से एसडीआरएफ के मेस में काम कर रहा है। उसकी नौकरी अजय ने ही लगवाई थी। हालांकि, पूरे मामले में जीवन ने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया। नीलम के पिता व अन्य परिजन आगरा से लखनऊ आ रहे हैं। जीवन ने बताया कि फोन पर बहन से बात होती थी। नीलम छह भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थीं।
अक्सर होता था विवाद, झगड़े के बाद दे दी जान
स्थानीय लोगों का कहना है कि पति-पत्नी में आए दिन विवाद होता था। कई बार कमरे से तेज आवाज सुनाई देती थी। बताया जा रहा है कि अजय व नीलम के बीच सोमवार देर शाम को भी किसी बात पर विवाद हुआ था। अजय कमरे से बाहर चले गए और नीलम ने फंदा लगा लिया। अजय जब लौटे तो नीलम फंदे पर लटकी मिली। अजय ने पत्नी को फंदे से उतारा और फिर खुद भी जान दे दी।
 


Credit By Amar Ujala

Back to top button
Close
Log In
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science