US सुप्रीम कोर्ट ने दी Tahawwur Rana के प्रत्यर्पण को मंजूरी, भारत सरकार की बड़ी कूटनीतिक सफलता, जानिए आगे क्या
HighLights
अमेरिका की अदालतों में सालों से चल रहा था केस
निचली अदालत ने भी राणा के खिलाफ दिया था फैसला
सुप्रीम कोर्ट में हार के बाद आखिरी विकल्प भी खत्म
एजेंसी, वाशिंगटन। अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने 2008 के मुंबई आतंकी हमले के दोषी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। भारत सरकार लंबे समय से इसकी कोशिश कर रही थी। अब तहव्वुर राणा को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
राणा ने निचली अदालतों में कानूनी लड़ाई हारने के बाद भारत में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। उसने फ्रांसिस्को में यूएस कोर्ट ऑफ अपील में याचिका दायर की थी, जो उसके लिए आखिरी मौका था। अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वह भी खारिज हो चुका है।
कौन है तहव्वुर राणा और क्या थी मुंबई हमलों में उसकी भूमिका
तहव्वुर हुसैन राणा को 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड माना गया है। भारतीय जांच एजेंसियों का दावा है कि राणा का संबंध पाकिस्तानी-अमेरिकी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से था।
हेडली भी मुंबई हमले में शामिल मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। आरोप है कि उसने पाकिस्तान में आतंकवादियों को ट्रेनिंग देने और भारत भेजने की पूरी प्लानिंग बनाई थी।
मुंबई आतंकी हमलों में छह अमेरिकियों सहित कुल 166 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान से आए 10 आतंकवादियों ने 60 घंटे से अधिक समय तक मुंबई के प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण स्थानों पर लोगों पर हमला किया था।
वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम के अनुसार, राणा को भारत लाया जाएगा और यहां केस चलाया जाएगा। देखना यही है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) दिल्ली में केस चलती है या मुंबई में। राणा को भारत में सजा मिलती है, तो आतंकवाद के मोर्चे पर पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब होगा।
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