बहलाकर ले जाई गई किशाेरी को घर न ला पाने से आहत पिता ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। परिजनों ने पुलिस पर रुपये मांगने और रुपये न देने पर किशोरी की सुपुर्दगी न करने से परेशान होकर खुदकुशी किए जाने का आरोप लगाया है। हरपालपुर काेतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी किशोरी (15) की गुमशुदगी का मामला उसके पिता ने 24 नवंबर को दर्ज कराया था। पुलिस ने 25 नवंबर को किशोरी और उसे बहलाकर ले जाने वाले किशोर (17) को शाहजहांपुर से खोज लिया। न्यायालय में पेश करने के बाद किशोर को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया। मेडिकल के दौरान किशोरी के गर्भवती होने का पता चला।
इसी बीच उसे किशोर न्यायिक बोर्ड (सीडब्ल्यूसी) के सामने ले जाया गया। यहां किशोरी के परिजन उसे साथ ले जाने की जिद कर रहे थे। सीडब्ल्यूसी ने किशोरी के गर्भवती होने की जानकारी पर दुष्कर्म की आशंका जताते हुए विस्तृत मेडिकल कराए जाने के आदेश दे दिए। इस पर किशोरी को महिला पुलिस कर्मियों की निगरानी में रखा गया। उधर, किशोरी के पिता परिजनों समेत घर चले गए। शनिवार सुबह पिता (40) का शव घर के अंदर फंदे से लटका मिला। शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी मार्तंड प्रकाश सिंह और सीओ शाहाबाद अनुज मिश्रा मौके पर पहुंचे। समझाबुझा कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पत्नी और साले ने घटना को लेकर पुलिस पर गंंभीर आरोप लगाए। कहा कि परिजन किशोरी को घर लेकर आना चाहते थे। पुलिस इसके लिए डेढ़ लाख रुपये मांग रही थी। आरोप है कि 50 हजार रुपये दे भी दिए गए थे, लेकिन पुलिस और रुपये मांग रही थी। हालांकि, बाद में पता चला कि 12 हजार रुपये किसी अभिषेक नाम के शख्स के माध्यम से भेजे गए थे, लेकिन पुलिस ने इससे इन्कार किया है।
बहलाकर ले जाई गई किशाेरी को घर न ला पाने से आहत पिता ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। परिजनों ने पुलिस पर रुपये मांगने और रुपये न देने पर किशोरी की सुपुर्दगी न करने से परेशान होकर खुदकुशी किए जाने का आरोप लगाया है। हरपालपुर काेतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी किशोरी (15) की गुमशुदगी का मामला उसके पिता ने 24 नवंबर को दर्ज कराया था। पुलिस ने 25 नवंबर को किशोरी और उसे बहलाकर ले जाने वाले किशोर (17) को शाहजहांपुर से खोज लिया। न्यायालय में पेश करने के बाद किशोर को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया। मेडिकल के दौरान किशोरी के गर्भवती होने का पता चला।
इसी बीच उसे किशोर न्यायिक बोर्ड (सीडब्ल्यूसी) के सामने ले जाया गया। यहां किशोरी के परिजन उसे साथ ले जाने की जिद कर रहे थे। सीडब्ल्यूसी ने किशोरी के गर्भवती होने की जानकारी पर दुष्कर्म की आशंका जताते हुए विस्तृत मेडिकल कराए जाने के आदेश दे दिए। इस पर किशोरी को महिला पुलिस कर्मियों की निगरानी में रखा गया। उधर, किशोरी के पिता परिजनों समेत घर चले गए। शनिवार सुबह पिता (40) का शव घर के अंदर फंदे से लटका मिला। शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी मार्तंड प्रकाश सिंह और सीओ शाहाबाद अनुज मिश्रा मौके पर पहुंचे। समझाबुझा कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पत्नी और साले ने घटना को लेकर पुलिस पर गंंभीर आरोप लगाए। कहा कि परिजन किशोरी को घर लेकर आना चाहते थे। पुलिस इसके लिए डेढ़ लाख रुपये मांग रही थी। आरोप है कि 50 हजार रुपये दे भी दिए गए थे, लेकिन पुलिस और रुपये मांग रही थी। हालांकि, बाद में पता चला कि 12 हजार रुपये किसी अभिषेक नाम के शख्स के माध्यम से भेजे गए थे, लेकिन पुलिस ने इससे इन्कार किया है।