भारत की आजादी की लड़ाई में हम भूमिका निभाई थी, चंपारण में महात्मा गांधी के सत्याग्रह शुरुआत।
संवाददाता--राजेन्द्र कुमार

चंपारण में महात्मा गांधी के सत्याग्रह ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी. चंपारण सत्याग्रह ने अहिंसक राजनीति की शुरुआत की और गांधी जी को बापू और महात्मा के नाम से जाना जाने लगा.
चंपारण सत्याग्रह से जुड़ी कुछ खास बातें:
चंपारण सत्याग्रह की शुरुआत अप्रैल 1917 में हुई थी.
इस सत्याग्रह का मकसद नील की खेती में होने वाले शोषण को खत्म करना था.
इस सत्याग्रह में गांधी जी के साथ डॉ॰ राजेंद्र प्रसाद, डॉ॰ अनुग्रह नारायण सिंह, आचार्य कृपलानी, बृजकिशोर, महादेव देसाई, और नरहरि पारीख जैसे लोग भी शामिल हुए थे.
इस सत्याग्रह के बाद तिनकठिया प्रथा खत्म हुई और किसानों को अवैध बकाया का मुआवज़ा मिला.
इस सत्याग्रह के बाद यूरोपीय बागान मालिकों ने चंपारण छोड़ दिया.
चंपारण सत्याग्रह ने गांधी जी के प्रयोगों की शुरुआत की और उन्हें बापू और महात्मा के नाम से जाना जाने लगा.