Entertainment: क्या है गुनगुनालो म्यूजिक ऐप, जिसे आर्टिस्ट के लिए बताया जा रहा गेम चेंजर? – #iNA

बॉलीवुड की रंगीन दुनिया में हर कहानी को पर्दे पर जिंदा करने का श्रेय फिल्म के संगीत और गानों को जाता है. एक फिल्म बिना कहानी के अधूरी हो सकती है, पर बिना म्यूजिक और सिंगर के ये फिल्म बेजान सी लगने लगती है. हमारे संगीतकार अपनी धुनों से भावनाओं को आकार देते हैं, तो सिंगर उन भावनाओं को अपनी आवाज से अमर कर देते हैं. दुख हो या खुशी, प्यार हो या विदाई, बड़े पर्दे पर दिखाए जाने वाले हर एहसास को संगीत और गायकी ही गहराई देते हैं. लेकिन, इस चमक-दमक के पीछे एक कड़वी सच्चाई भी छिपी है कि इन कलाकारों की मेहनत और प्रतिभा से सजे गाने, अक्सर फिल्म निर्माताओं की प्रॉपर्टी बनकर रह जाते हैं, और कलाकारों को उनके इस अमूल्य योगदान का वह हक नहीं मिल पाता, जिसके वे असली हकदार होते हैं. सालों से चलते आए इस दकियानूसी कल्चर को बदलने के लिए शंकर महादेवन ने जावेद अख्तर और कई सिंगर्स के साथ मिलकर एक क्रांतिकारी कदम उठाया है और इस क्रांतिकारी कदम का नाम है ‘गुनगुनालो’.
पूरी दुनिया में जो नहीं हुआ, वो इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री में होने जा रहा है. मशहूर संगीतकार और गायक शंकर महादेवन और जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर ने मिलकर एक नया प्लेटफार्म शुरू किया है, जिसका नाम है ‘गुनगुनालो’. ये एक ऐसी पहल है जो म्यूजिक की दुनिया में पहली बार हो रही है. इसका मकसद है कि जो भी गाने म्यूजिशियन और सिंगर बनाते हैं, वो बिना किसी प्रोड्यूसर के प्रेशर के बनाए और इन गानों से वो सीधे अपने सुनने वालों से जुड़ सकें. साथ ही इस ऐप पर स्ट्रीम होने वाले गानों पर म्यूजिशियन का पूरा हक रहेगा, जिसकी वजह से न सिर्फ उन्हें उनके काम के सही पैसे मिलेंगे, बल्कि आगे चलकर कोई भी इन गानों से छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा.
Music legends Javed Akhtar, Shankar Mahadevan, Sonu Nigam, Prasoon Joshi, Shaan, Salim-Sulaiman & more grace the launch of the ‘Goongoonalo App’ #GoongoonaloApp #SonuNigam #ShankarMahadevan #JavedAkhtar #PrasoonJoshi #Shaan #SalimSulaiman pic.twitter.com/cmQEpx6XAh
— ITV Gold (@ITVGold) May 6, 2025
सिंगर्स का खुद का प्लैटफॉर्म
‘गुनगुनालो’ सिर्फ एक गाना सुनने वाला ऐप नहीं है. ये एक ऐसा प्लैटफॉर्म बनने वाला है, जहां सभी संगीतकार और सिंगर अपनी मर्जी के मालिक होंगे. अक्सर देखा जाता है कि जो बड़ी म्यूजिक कंपनियां और गाने सुनने वाले ऐप होते हैं, वो कलाकारों को उनके गाने का ठीक से पैसा नहीं देते. इससे बहुत से अच्छे गायक-संगीतकार परेशान रहते हैं. ‘गुनगुनालो इसी सिस्टम को बदलने आया है. ये बिल्कुल साफ और कलाकारों के लिए अच्छा तरीका होगा.
शंकर महादेवन ने क्या कहा?
शंकर महादेवन ने इस ऐप के बारे में बात करते हुए कहा कि ‘गुनगुनालो’ सभी आर्टिस्ट के लिए एक बहुत ही अच्छा ऐप साबित होगा, क्योंकि यहां गाने साफ सुनाई देंगे और इससे जुड़े कलाकारों को पैसे कमाने के कई तरीके भी मिलेंगे. इसमें लोग पैसे देकर गाने सुन सकेंगे और सीधे कलाकारों को इस गाने के पैसे मिल जाएंगे. इसके अलावा, कलाकार अपनी चीजें (जैसे टी-शर्ट, कैसेट) भी बेच सकेंगे. इस ऐप में ये भी ध्यान रखा जाएगा कि किसी का गाना कोई चुरा न सके, इसके लिए नई तकनीक का इस्तेमाल होगा.
जावेद अख्तर क्या बोले?
‘गुनगुनालो’ के बारे में बात करते हुए जावेद अख्तर ने बताया कि 8 नवंबर 1902 को सुशी मुखी नाम की 14 साल की लड़की ने इंडिया में पहला गाना गाया था, जिसे रिकॉर्ड किया गया था. उसी साल सेलिब्रिटी सिंगर गौहर जान ने भी अपना पहला गाना रिकॉर्ड किया था. अपनी जिंदगी में उन्होंने 10 से ज्यादा भाषाओं में लगभग 600 से ज्यादा गाने गाए.1931 को जो फर्स्ट नॉन साइलेंट फिल्म ‘आलम आरा’ रिलीज हुई थी, उसमें 50 गाने थे. जिस तरह से इन घटनाओं को संगीत की दुनिया का माइलस्टोन माना जाता है, वैसे ही ‘गुनगुनालो’ भी संगीत का माइलस्टोन होगा. इसकी सबसे अहम बात ये है कि इसपर काम करने वाले सभी इस ऐप के शेयर होल्डर हैं और आर्टिस्ट को यहां पूरा क्रिएटिव फ्रीडम मिलेगा. इससे होने वाला बड़ा हिस्सा सीधे आर्टिस्ट के जेब में जाएगा.
ऐप से जुड़ चुके हैं कई सिंगर
शंकर महादेवन और जावेद अख्तर के साथ सोनू निगम, शान, हरिहरन, सलीम सुलेमान, एहसान-लॉय, संगीतकार समीर, पापोन, प्रसून जोशी, विशाल-शेखर, श्रेया घोषाल, अरिजीत सिंह जैसे कई जाने माने सिंगर और म्यूजिशियन भी इस ऐप से जुड़ चुके हैं.
क्या है गुनगुनालो म्यूजिक ऐप, जिसे आर्टिस्ट के लिए बताया जा रहा गेम चेंजर?
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