Kawasaki Disease: क्या है कावासाकी बीमारी, मुनव्वर फारुकी ने किया सबसे बड़ा खुलासा, जानकर हो जाएंगे इमोशनल! #INA

Kawasaki Disease: स्टैंड-अप कॉमेडियन और एंटरटेनर मुनव्वर फारुकी ने अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा खुलासा किया है, जिसके बारे में जानकर आप इमोशनल हो जाएंगे. एक पोडकास्ट से बात करते हुए मुनव्वर फारुकी ने बताया कि उनके बेटे को डेढ़ साल की उम्र में कावासाकी नामक बीमारी थी. बेटे के इलाज के लिए उन्हें 75 हजार रुपये के इंजेक्शन खरीदने थे, लेकिन तब उनके पास 700 रुपये ही थे. उन्होंने बताया कि इस स्थिति ने कैसे उनको अंदर तक झकझोर कर रख दिया. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर कावासाकी बीमारी है.

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‘नहीं हो रहा था बेटे की हालत में सुधार’

मुनव्वर ने अपने बेटे के कावासाकी रोग से पीड़ित होने के भयावह अनुभव को याद किया. मुनव्वर कहते हैं कि वो सिचुएशन मुझे डराती है. उस समय उनके बेटा डेढ़ साल का था. तब वह बीमार पड़ गया और 2-3 दिनों तक उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था. वे बहुत परेशान थे. बाद में, पता चला कि उनके बेटे को कावासाकी बीमारी है.’ मुनव्वर बताते हैं कि ये जानकर उनकी पूरी फैमिली परेशान हो गए.

‘इंजेक्शन खरीदने तक के नहीं थे पैसे’

मुनव्वर आगे बताते हैं कि उनको बेटे के इलाज के लिए तीन इंजेक्शन लेने थे, जिनमें से प्रत्येक की कीमत 25 हजार रुपये थी. इसके लिए उन्हें 75,000 रुपये की जरूरत थी, लेकिन उनके पास सिर्फ 700-800 रुपये ही थे. इसके बाद उन्होंने कई लागों को कॉल कर आर्थिक मदद मांगी और आखिर तब जाकर पैसे का इंतजाम हुआ. वे बताते हैं कि इस सिचुएशन से उनके पैसे की अहमियत पता चली और ये तय किया कि कभी भी खुद फाइनेंशियल तौर से कमजौर नहीं होने देंगे.

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क्या है कावासाकी बीमारी?

  • कावासाकी बीमारी को कावासाकी सिंड्रोम के नाम से भी जाना जाता है. ये एक दुर्लभ बीमार (Rare Disease) है, जिसे बहुत गंभीर बताया जाता है.

  • इससे पीड़ित के शरीर पर सूजन और उसकी रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) में भी सूजन आ जाती है. ये हार्ट को डैमेज कर सकती है और मौत का कारण बन सकती है.

  • खासकर 5 साल से कम उम्र के बच्चों में इस बीमारी के लक्षण दिखते हैं. बच्चों को लंबे समय तक तेज बुखार रहता है. उनके शरीर पर दाने, हाथ और पैरों में सूजन और आंखों में लालीमा दिखती है. 

  • बच्चों को गर्दन में सूजी हुई लिम्फ नोड्स और सूजी हुई जीभ की वजह से उनको काफी ज्यादा दिक्कत हो जाती है.

  • अभी तक इस बीमारी के होने का कारण नहीं पता है. अगर समय पर इलाज नहीं मिले और लंबे समय कोई इससे पीड़ित रहे तो उसे गंभीर हार्ट डिसीज् हो सकती हैं.

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