National-Delhi : यमुना में उतरीं ये कौन सी मशीनें? दिल्ली चुनाव में इस मुद्दे को लेकर खूब मचा था हंगामा – #INA
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Yamuna River Cleaning Process: दिल्ली में शानदार जीत के साथ राजधानी की सत्ता में बीजेपी की 27 साल बाद वापसी हुई है। वहीं दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान यमुना सफाई का मुद्दा काफी उछला था। चुनाव प्रचार के दौरान यमुना की गंदगी को लेकर कई सवाल भी उठाए थे। वहीं दिल्ली में नई भाजपा सरकार के गठन से कुछ दिन पहले, यमुना नदी की सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। दिल्ली के उपराज्यपाल कार्यालय ने इस बारे में जानकारी दी है।
शुरू हुई यमुना की सफाई
दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने तीन साल की अवधि में शहर में यमुना नदी को साफ करने के लिए “चार-आयामी रणनीति” शुरू की है। एलजी कार्यालय ने कहा कि सक्सेना ने शनिवार को मुख्य सचिव और एसीएस (आई एंड एफसी) के साथ बैठक की और उन्हें तुरंत योजना पर काम शुरू करने के लिए कहा। जानकारी के मुताबिक रविवार को यमुना साइट पर कचरा स्किमर, खरपतवार हार्वेस्टर और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट के आने के साथ नदी को साफ करने का काम शुरू हो गया है। कचरा स्किमर ने वासुदेव घाट पर अपना काम शुरू कर दिया है जबकि खरपतवार हार्वेस्टर सिग्नेचर ब्रिज के पास चालू हो गया है और एक अन्य खरपतवार हटाने वाली मशीन ने आईटीओ पर काम करना शुरू कर दिया है।
यमुना में उतरीं ‘ट्रैश स्कीमर’
यमुना में जो मशीनें उतरी हैं उन्हें ‘ट्रैश स्कीमर’ कहा जाता है। ट्रैश स्कीमर मशीन एक प्रकार की मशीन है जो पानी की सतह पर तैर रहे कचरे को इकट्ठा करती है। इस मशीन का इस्तेमाल नदियों, बंदरगाहों और समुद्रों में कचरा साफ करने के लिए किया जाता है। यह मशीन प्लास्टिक, बोतलें, धार्मिक कचरा, कपड़े, धातु की वस्तुएं, पूजा अपशिष्ट, मृत पशु और पक्षी आदि को एकत्र करती है।
दिल्ली के एलजी ने यमुना नदी को साफ करने के लिए चार बड़े कदम उठाने की योजना बनाई है
- नदी की सफाई: यमुना नदी के पानी में जो कचरा, कूड़ा और गाद जमा है, उसे हटाया जाएगा।
- नालों की सफाई: नजफगढ़ नाला, सप्लीमेंट्री नाला और दूसरे सभी बड़े नालों की सफाई की जाएगी
- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की मरम्मत: जो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट हैं, उन्हें ठीक किया जाएगा और उनका काम सही से चलता रहेगा।
- ट्रीटमेंट बढ़ाना: नालों पर नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाकर सीवेज की सफाई क्षमता को बढ़ाया जाएगा।
इस योजना को तीन साल में पूरा करने के लिए अलग-अलग सरकारी विभागों के बीच अच्छे से मिलकर काम करना होगा। इसमें डीजेबी, आईएंडएफसी, एमसीडी, पर्यावरण विभाग, पीडब्ल्यूडी और डीडीए शामिल होंगे।
Delhi : यमुना में उतरीं ये कौन सी मशीनें? दिल्ली चुनाव में इस मुद्दे को लेकर खूब मचा था हंगामा
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