दुनियां – पाकिस्तानी मीडिया में सीरिया के तख्तापलट से डर का माहौल क्यों? – #INA
सीरिया में हुए तख्तापलट की चर्चाएं पूरी दुनिया में हैं. कुछ लोग इसकी प्रशंसा कर रहे हैं, तो कुछ लोगों को फिक्र है कि सीरिया का भविष्य क्या होगा. फिलहाल सीरिया में जश्न के महौल के साथ अमेरिका और इजराइल के हमले भी जारी हैं, साथ देश के ईस्ट में HTS लड़ाके कुर्द बलों से लड़ रहे हैं. तख्तापलट के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान की मीडिया में एक डर दिखाई देने लगा है, उन्हें अपने देश के हालातों की फिक्र होने लगी है.
पाकिस्तान के ARY चैनल पर एंकर ने देश की हलातों पर फिक्र करते हुए कहा, “कल हमने देखा कैसे 50 साल की असद की सत्ता को उखाड़ कर फेंक दिया, उससे पहले हमनें देखा 15 साल से चल रहा शेख हसीना का शासन को भी एक लहर में सत्ता से हटा दिया गया.”
पाकिस्तान को कैसी फिक्र?
ARY चैनल के न्यूज शो के दौरान एकंर ने सीरिया पर कहा, “सीरिया के हालात देख लीजिए, गोलान हाइट्स में फिर से इजराइली आ गए, मुल्क का कुछ हिस्सा कुर्द के कब्जे में है, कुछ हिस्सा तुर्की के पास है और अलकायदा के पास भी बड़ा हिस्सा है.” ये सब बताते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को फिक्र होना चाहिए, क्योंकि आंतकवाद की देश में बड़ी खौफनाक लहर है. बलूचिस्तान के अंदर और खैबर पख्तूनख्वा के अंदर अलगाववाद देखने को मिल रहा है.
एंकर ने देश नेताओं पर सवाल खड़े करते हुए कहा, क्या इमरान खान, पाक आर्मी, प्रधानमंत्री और क्या वो लोग ये लार्जर पिक्चर देख रहे हैं या फिर इसी में फंसे हुए हैं कि कौन 4 साल पूरे करेगा. हमारा मसला ये है कि हमनें खुद से नहीं सीखा हम दूसरों से क्या सीखेंगे!
पाकिस्तान में सरकार विरोधी प्रदर्शन
पाकिस्तान पिछले कई साल से राजनीतिक और आर्थिक संकट झेल रहा है. जिसके वजह से आए दिन देश में सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं. इसके अलावा बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में लोग एक अलग देश की मांग कर रहे हैं. देश में शिया-सुन्नी झगड़े भी चर्म पर हैं. ऐसे में पाकिस्तान के कई लोगों को डर सताने लगा है, कही बांग्लादेश और सीरिया की तरह ये विरोध बड़ा रूप लेकर पाकिस्तान में भी तख्तापलट न कर दे.
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
Source link