Agra में महिला रोजगार मेला का होगा 21 दिसम्बर को आयोजन: रिया अस्थाना मेमोरियल फाउंडेशन की पहल

Agra, 16 दिसम्बर। आज के आधुनिक युग में, समाज की आधी आबादी को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने की जरूरत अत्यधिक महसूस की जा रही है। इसी संदर्भ में, रिया अस्थाना मेमोरियल फाउंडेशन और स्टोनमैन हेल्प फाउंडेशन द्वारा 21 दिसम्बर को सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर पर एक विशेष महिला रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। यह मेला उन महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा, जो अपने कौशल और सामर्थ्य को साबित करते हुए अपने समुदाय में योगदान देना चाहती हैं।

इस संबंध में एक प्रेस वार्ता का आयोजन सोमवार को बाईपास रोड स्थित होटल लेमन ट्री में किया गया, जिसमें आयोजकों ने मेले की तैयारियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। रिया अस्थाना मेमोरियल फाउंडेशन एवं हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एचईए) के अध्यक्ष रजत अस्थाना ने बताया कि इस मेले का प्राथमिक उद्देश्य आगरा की औद्योगिक इकाइयों में महिलाओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करना है। उन्होंने बताया कि यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक कदम है, जो उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने का अवसर प्रदान करेगी।

एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि यह आयोजन समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी प्रयास है। उन्होंने विश्व बैंक की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि अगर महिलाओं की कार्यबल में भागीदारी 50 प्रतिशत तक बढ़ाई जाए, तो भारत की जीडीपी में 1.5 ट्रिलियन डॉलर का इज़ाफा संभव है। यह आंकड़ा केवल एक आर्थिक विकास का संकेत नहीं है, बल्कि महिलाओं की सामर्थ्य और क्षमता का भी परिचायक है।

किशोर फाउंडेशन के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल ने भी इस आयोजन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि रोजगार मेले में स्थानीय महिलाओं को उद्योगों और फैक्ट्रियों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न कंपनियों और संस्थानों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। यह पहल स्थानीय स्तर पर महिलाओं के लिए रोजगार का एक सशक्त माध्यम बनेगी।

इस संबन्ध में स्टोनमैन हेल्प फाउंडेशन के अध्यक्ष शिशिर अस्थाना ने विस्तार से बताया कि रोजगार मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। उन्होंने इस आयोजन के पीछे के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह महिलाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, जहाँ वे अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित कर सकती हैं।

हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एचईए) के सचिव डॉ. एस. के. त्यागी ने बताया कि इस मेले के माध्यम से सामाजिक सरोकार की यह अनूठी पहल महिलाओं की औद्योगिक इकाइयों में भागीदारी सुनिश्चित करने में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने इसे एक अनिवार्य कदम के रूप में देखा, जो महिलाओं को समाज में एक नई पहचान दिलाने में सहायक होगा।

डॉ. मुनीश्वर गुप्ता ने भी इस रोजगार मेले की सराहना करते हुए कहा कि यह उन महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत होगा, जो अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहती हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि इस प्रकार के आयोजनों को नियमित रूप से होना चाहिए ताकि महिलाएँ लगातार अपने कौशल को बढ़ा सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।

एफएएफएम के अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने कहा कि यह आयोजन महिलाओं को नौकरी के अवसर, कौशल विकास और आत्मनिर्भरता की नई राह पर ले जाने का वादा करता है। इस अवसर पर कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचार रखे, जिनमें प्रदीप वासन, रोमी मगन, अशोक अरोडा, डॉ. सुशील गुप्ता शामिल थे। साथ ही रानी सिंह, कुसुम महाजन जैसी सक्रिय महिलाओं की उपस्थिति भी इस आयोजन की महत्ता को दर्शाती है।

अंततः, यह स्पष्ट है कि आगरा में होने वाला यह महिला रोजगार मेला केवल एक घटना नहीं है, बल्कि यह समाज में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इस मेले के माध्यम से महिलाएँ अपने अधिकारों को पहचानेंगी, आर्थिक स्वतंत्रता की ओर कदम बढ़ाएँगी और एक नई दिशा में आगे बढ़ेंगी। यह पहल न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि समग्र रूप से भारतीय समाज के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन लाने का अवसर है।

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