दुनियां – साउथ कोरिया के मार्शल लॉ में लगाए गए थे 1500 सैनिक, अब प्रधानमंत्री ने उठाया बड़ा कदम – #INA

दक्षिण कोरिया में 3 दिसंबर को हुए मार्शल लॉ के बाद रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि मार्शल लॉ के दौरान 1500 से ज्यादा सैनिकों को तैनात किया गया था. साथ ही इन सबके बीच एक अदालत ने मार्शल लॉ लगाने के असफल प्रयास करने वाले राष्ट्रपति यून के खिलाफ आए महाभियोग की समीक्षा शुरू कर दी है.
अदालत के प्रवक्ता के मुताबिक यून और मार्शल लॉ में शामिल दूसरे अधिकारी भी जांच के दायरे में हैं. इसके अलावा दक्षिण कोरिया की सत्तारूढ़ पार्टी के नेता हान डोंग-हून ने सोमवार को ऐलान किया कि वह पद से इस्तीफा दे रहे हैं और उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी की आलोचना के बावजूद राष्ट्रपति यूं सुक येओल के महाभियोग का समर्थन करने का कोई अफसोस नहीं है.
पीएम ने किया महाभियोग का समर्थन
दक्षिण कोरिया के पीएम हान डोंग-हून ने कहा, “मैं पीपुल पावर पार्टी के नेता के रूप में पद छोड़ रहा हूं, मैं उन सभी लोगों से ईमानदारी से माफी मांगता हूं, जिन्हें आपातकालीन मार्शल लॉ की घटना की वजह से नुकसान उठाना पड़ा है.”
देश में चल रही उथल-पुथल के बीच रविवार को हान ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से बात की और द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती की पुष्टि की. उत्तर कोरिया से बढ़ते तनाव के जवाब में हान ने सेना को उत्तर कोरिया के खिलाफ सतर्कता बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं.
राष्ट्रपति की बढ़ी मुश्किलें
राष्ट्रपति यून सुक-योल की मुश्किल बढ़ती ही जा रही है. महाभियोग के बाद उनके हाथ से सरकारी शक्तियां और जिम्मेदारी छीन ली गई है और उनके खिलाफ जांच जारी है. यून पर देशद्रोह और विश्वासघात के आरोपों की जांच हो रही है अगर वह दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हे गिरफ्तार किया जा सकता है.
प्योंगयांग की सरकारी कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी (KCNA) ने बताया कि राष्ट्रपति यून सुक येओल ने ‘मूर्खतापूर्ण’ आपातकालीन मार्शल लॉ ऐलान की जिम्मेदारी विपक्षी दलों पर डालने का कोशिश की थी. KCNA ने कहा, “विद्रोह के सरगना कठपुतली यून सुक येओल और उनके साथियों की जांच चल रही है.”

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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