दुनियां – सीरिया संकट पर बोले खामेनेई- कंट्रोल रूम US-इजराइल में लेकिन पड़ोसी.. – #INA

सीरिया के तख्तापलट के बाद बुधवार को पहली बार ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामनेई जनता के सामने आए हैं. क्षेत्र में हुए नए डेवलपमेंट के बारे में जनता को संबोधित किया है. सीरिया के तख्तापलट के पीछे अमेरिका और इजराइल को जिम्मेदार ठहराते हुए अली खामनेई ने कहा, “किसी को भी इस बात पर संदेह नहीं होना चाहिए कि सीरिया में जो कुछ हुआ है वह अमेरिका-इजराइल की संयुक्त साजिश का हिस्सा है.”
सीरिया में जो कुछ हो रहा है उसमें सीरिया के पड़ोसी देशों की सरकारों ने साफ भूमिका निभाई है और अभी भी निभा रही है. हालांकि, मुख्य साजिशकर्ता और नियंत्रण कक्ष अमेरिका और जायोनी शासन में हैं. हमारे पास इसके सबूत हैं जो किसी के लिए भी संदेह की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ते.

A government in a neighboring country of Syria has played and is still playing a clear role in whats happening. However, the primary conspirators and control room are in the United States and the Zionist regime. We have evidence of this that leaves no room for doubt for anyone.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) December 11, 2024

हजारों लोगों के सामने लगाए आरोप
इमाम खामनेई ने बुधवार को तेहरान में हजारों लोगों के सामने क्षेत्र हुए डेवलपमेंट के बारे में बात कही. साथ ही उन्होंने इस बार इजराइल और अमेरिका के साथ-साथ सीरिया के पड़ोसी देशों पर भी निशाना साधा है. उन्होंने अपनी आरोप लगाते हुए ये भी कहा कि सीरिया में जो कुछ हुआ वो एक साजिश का हिस्सा है और इसके ऊपर किसी को संदेह नहीं होना चाहिए.
ईरान ने UN में की निंदा की मांग
सीरिया में तख्तापलट के ईरान दूतावास पर हुए विद्रोहियों के हमले की निंदा करने के लिए ईरान ने UN से अपील की थी. संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत अमीर सईद इरावानी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड को भेजे गए दो औपचारिक पत्रों में इस मुद्दे को उठाया है. पत्र में इरावानी ने राजदूत पर हुए हमले की निंदा करते हुए इसे राजनयिक संबंधों पर वियना कन्वेंशन (1961) और कांसुलर संबंधों पर वियना कन्वेंशन (1963) का घोर उल्लंघन बताया, जो राजनयिक मिशनों और उनके कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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