World News: अमेरिका में चाइनीज ‘पुलिस स्टेशन’ चला रहा था 60 साल का शख्स, चीन के खिलाफ बोलने वालों को देता था सजा – #INA
अमेरिका में चाइनीज ‘पुलिस स्टेशन’ चला रहा था 60 साल का शख्स, चीन के खिलाफ बोलने वालों को देता था सजा
अमेरिका में एक 60 साल के शख्स को मैनहैट्टन में एक गुप्त चीनी पुलिस स्टेशन चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. यह शख्स इस गुप्त पुलिस स्टेशन के जरिए चीन के असंतुष्टों पर नजर रखता था और उन्हें प्रताड़ित करता था.
अमेरिका के न्याय विभाग ने बताया है कि 60 साल के चेन जिनपिंग को चीन की सरकार के अवैध एजेंट के तौर पर काम करने की साजिश रचने के आरोप में 5 साल तक की जेल की सजा हो सकती है.
मैनहैट्टन में चीन का सीक्रेट पुलिस स्टेशन!
चेन जिनपिंग के साथ एक और शख्स हैरी लु जिआनवांग को भी पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था, दोनों पर चीन के पब्लिक सिक्योरिटी मंत्रालय के लिए मैनहैट्टन में एक गुप्त पुलिस स्टेशन का संचालन करने का आरोप है. असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल मैथ्यू ऑल्सन का कहना है कि, ‘आज की दोष याचिका में चेन को चीन के राष्ट्रीय सुरक्षाबलों के लिए अघोषित ओवरसीज पुलिस स्टेशन के संचालन की कोशिश का जवाबदेह ठहराया गया है. जो अमेरिकी संप्रभुता का स्पष्ट तौर पर अपमान है.’
FBI के वरिष्ठ अधिकारी रॉबर्ट वेल्स का कहना है कि चेन का केस दिखाता है कि कैसे चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार उनके खिलाफ बोलने वालों को धमकाने, परेशान करने और डराने के लिए कपटपूर्ण प्रयास करती है.
उन्होंने कहा कि अमेरिका की धरती पर इस तरह के घोर उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. चेन जिनपिंग के साथ गिरफ्तार किए गए दूसरे शख्स लु को फिलहाल दोषी नहीं ठहराया गया है और उसका ट्रायल होना बाकी है.
कई देशों में चीन के सीक्रेट पोस्ट!
ब्रूकलिन के टॉप फेडरल प्रॉसीक्यूटर ब्रेऑन पीस का कहना है कि चेन की गिरफ्तारी के दौरान चीन दुनिया के तमाम देशों में सीक्रेट पुलिस पोस्ट सेटअप करने में जुटा हुआ था. अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक, मैनहैट्टन के चाइनाटाउन में इन दोनों शख्स ने पब्लिक सिक्योरिटी विभाग के फुझू ब्रांच के आदेश पर गुप्त पुलिस स्टेशन स्थापित किया था, जाहिर तौर पर वह चाइनीज ड्राइविंग लाइसेंस रिनिवल जैसी सेवा प्रदान करने का दिखावा कर रहे थे. लेकिन उनका असली काम भगोड़े चीनी संतुष्टों को ट्रैक करना और उन्हें प्रताड़ित करना था.
चीन के असंतुष्टों पर डाला जा रहा दबाव
कनाडा समेत कई यूरोपीय देशों में भी इस तरह के पुलिस स्टेशन का भांडाफोड़ किया जा चुका है. स्पेन की मानवाधिकार समूह सेफगार्ड डिफेंडर्स ने पहली बार दुनिया में इस तरह के पुलिस स्टेशन के बारे में खुलासा किया था. वह अक्सर बिना किसी संकेत के काम करते हैं या फिर इस तरह से संचालन करते हैं जिससे पता ही न चले कि वे यहां मौजूद हैं या नहीं. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक मैनहैट्टन के दफ्तर में न्यूयॉर्क स्थित चीन के कॉन्सुलेट के अधिकारी कई बार आते जाते दिखे हैं.
सेफगार्ड डिफेंडर्स के मुताबिक, यह पुलिस स्टेशन चीनी नागरिकों पर देश वापस लौटने और आपराधिक मामलों का सामना करने के लिए दबाव बनाने के काम में शामिल था.
अमेरिका में चाइनीज ‘पुलिस स्टेशन’ चला रहा था 60 साल का शख्स, चीन के खिलाफ बोलने वालों को देता था सजा
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