World News: इजराइल के हमले के बाद गाजा में तनाव बढ़ा, अपनों की वापसी को लेकर डरे परिजन, बोले- अब उम्मीद नहीं – INA NEWS

इजराइल ने मंगलवार सुबह गाजा पट्टी क्षेत्र में फिर हवाई हमले किए, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित 400 से अधिक फलस्तीनी मारे गए. अचानक इस हमले की वजह से इजराइल और हमास के बीच जनवरी से चल रहा संघर्षविराम टूट गया. साथ ही 17 महीने से जारी युद्ध के फिर से शुरू होने का खतरा मंडराने लगा है. तनाव बढ़ने से बंधक बनाए गए अपनों की सुरक्षित वापसी को लेकर कई परिवार बेहद तनाव में आ गए हैं.

साल की शुरुआत में जनवरी में जब इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम शुरू हुआ था, तो हेरूट निमरोदी को पता था कि गाजा में कैद से उनके बेटे को रिहाई होने में समय लगेगा. 20 साल के इस सैनिक जंग को खत्म करने वाले संघर्ष विराम के दूसरे चरण का हिस्सा होना था. लेकिन अब इजरायल की ओर से गाजा पर अचानक बमबारी के बाद, निमरोदी को डर सताने लगा है कि अब उनका बेटा घर वापस नहीं लौट पाएगा.

‘वापसी की उम्मीद अब खत्म’

उन्होंने कहा, “मैं असम में यह विश्वास करना चाहती थी कि इस युद्ध को फिर से शुरू किए बिना दूसरे चरण तक पहुंचने का अभी भी एक मौका है. लेकिन ऐसा लगता है कि मेरी उम्मीद पूरी तरह से खत्म हो गई है, और मुझे नहीं पता कि आगे क्या करना है.” करीब 60 परिवारों के रिश्तेदार अभी भी गाजा में बंधक हैं. इसमें दावा किया जा रहा है करीब दो दर्जन बंधक जीवित हैं.

जनवरी में शुरू हुए संघर्ष विराम के पहले चरण के दौरान, हमास ने करीब 2 हजार फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में 25 इजरायली बंधकों और 8 अन्य शवों को रिहा किया था. लेकिन इस महीने की शुरुआत में पहले चरण के खत्म होने के बाद से, दोनों पक्ष आगे के रास्ते पर सहमत नहीं हो सके हैं.

नए हमले के बाद युद्धविराम खत्म!

इजरायल के इस नए हवाई हमलों से स्थिति बेहद खराब हो गई है और समझौता खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है. निमरोदी के बेटे, तामीर को उसके सैन्य अड्डे से तब अगवा कर लिया गया था, जब हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर धावा बोल दिया था, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे और 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया. तामीर के जिंदा होने के बारे में कोई जानकारी नहीं है, साथ ही इजरायल ने भी उसे मृत घोषित नहीं किया है. दुखी मां निमरोदी ने सरकार के फैसले पर दुख जताते हुए कहा कि यह बहुत दुखद है.

संघर्ष विराम के बीच इजराइल की ओर से आज मंगलवार की सुबह हुए हमलों में 400 से ज्यादा लोग मारे गए. इजराइली हमलों में अब तक 48,000 से ज्यायदा फिलिस्तीनी मारे गए हैं. नए हमले के बाद बंधक बनाए गए लोगों के परिवार और इजरायली जनता का एक बड़ा हिस्सा मानती है कि समय बीतता जा रहा है. खासकर हाल ही में बेहद दुर्बल हालत में दिखने वाले बंधकों की रिहाई के बाद, जिन्होंने हमास के कैद में कठोर परिस्थितियों का जिक्र किया.

मध्यस्थों से जंग खत्म कराने का दबाव

पीड़ित उदी गोरेन ने कहा, “यह न केवल हर तरह से, आकार या रूप में एक आपदा की तरह है कि उधर किस तरह से बंधकों को पीड़ा झेलनी पड़ रही है, उन्हें दीवारों से जंजीरों में जकड़ा जा रहा है, भूखा रखा जा रहा है, दुर्व्यवहार किया जा रहा है, बल्कि गाजा की तरफ मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है.” उनके चचेरे भाई ताल हैमी की 7 अक्टूबर को हत्या कर दी गई और उनके शव को गाजा ले जाया गया.

गोरेन ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हमास, इजरायल और मध्यस्थों – संयुक्त राज्य अमेरिका, मिस्र और कतर – पर युद्ध समाप्त करने के लिए दबाव डालना चाहिए. गोरेन की तरह कई परिवार ऐसे हैं जिन्हें अब अपने प्रियजनों की सुरक्षित वापसी की उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है.

इजराइल के हमले के बाद गाजा में तनाव बढ़ा, अपनों की वापसी को लेकर डरे परिजन, बोले- अब उम्मीद नहीं


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