World News: सरकार की कूटनीति का कमाल, 10 साल में अपने इतने लोगों का कराया आजाद – INA NEWS

विदेश में भारतीय कैदी कई छोटे और बड़े मामलों में जेल में बंद थे. जैसे उनमें से बहुत सारे मछुआरे, गलती से पड़ोसी देश के क्षेत्रों चले आए. बहुत से ऐसे भारतीय थे जो अनजाने में उन सीमा चौकी को पार कर गए, जिनपर भारतीय सीमा से बाहर होने कोई जानकारी नहीं दी गई थी. इनमें ऐसे यात्री भी थे जो गलती से अपनी वीजा की अवधि से ज्यादा समय तक जेल में रहे.

आमतौर पर अपने देश की जेल में जाना एक बुरा सपना होता है, लेकिन किसी भी दूसरे देश की जेल में जब आपको कैद होना पड़े तो वहां के बदतर अनुभवों का अंदाजा भी लगाना मुश्किल है.

कई दूसरे देशों के नागरिकों की तरह, हजारों भारतीय भी विदेशों की जेलों में बंद हैं. इनमें से कुछ कई सालों से बंद हैं, तो वहीं कुछ कई दशकों से बंद हैं. अपने देश से नज़दीकी न होने की वजह से उनकी आवाज़ और अपील अनसुनी हो जाती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता

2014 में पहली बार देश के पीएम बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते थे कि विदेश मंत्रालय इस विषय को प्राथमिकता के आधार पर निपटे. उस समय विदेशों की जेलों में बंद भारतीयों की संख्या 10,000 से ज़्यादा हो गई थी. इनमें से कई कैदी छोटे मामलों में जेल में थे.

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 2014 से अब तक करीब 10,000 भारतीय नागरिकों को रिहा किया जा चुका है. विदेश मंत्रालय ने उदाहरण में बताया कि हाल ही में यूएई में 500 भारतीय कैदियों को माफ़ी दी गई है. साथ ही कहा कि यह भारत और यूएई के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाता है.

विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि 2014 से प्रधानमंत्री ने विदेश में भारतीय नागरिकों के कल्याण को प्राथमिकता दी है और कूटनीतिक बातचीत और उच्च स्तरीय हस्तक्षेप के माध्यम से विदेशों में कैद लगभग 10,000 भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की है.

2022 और 2025 के बीच, हर साल यूएई ने सैकड़ों भारतीय कैदियों को माफ़ किया है. इनमें से कुछ रमज़ान के पाक महीने या ईद के त्यौहार के दौरान माफ़ किए गए हैं. 2022 में, यूएई ने 639 भारतीय कैदियों को रिहा किया. 2023 में, यह गिनती 700 से ज्यादा हो गई. 2024 में 944 और 2025 में, यह अब तक 500 हो चुका है.

सऊदी अरब से कितने भारतीय?

2019 में, भारत यात्रा के समय सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने 850 भारतीय कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया था.

कतर से कितने भारतीय?

कतर ने 8 भारतीय नौसेना के लोगों की रिहाई पर सहमति जताई. इन सभी को मौत की सजा सुनाई गई. उनमें से ज्यादा को बाद में भारत लौटने की अनुमति दी गई.

ईरान से कितने भारतीय आए?

2023 और 2024 में, ईरान ने 43 और 77 भारतीय नागरिकों को अपनी जेलों से रिहा किया. 2023 में, 43 में से 12 मछुआरे थे.

बहरीन से कितने भारतीय आए?

बहरीन सरकार ने 2019 में जेल में बंद 250 भारतीयों को रिहा करने का फैसला किया. उस साल पीएम मोदी की देश की यात्रा के दौरान उन्हें रिहा कर दिया गया था.

कुवैत से कितने भारतीय आए?

2017 में, राजनयिक चैनलों के माध्यम से कई दौर की बातचीत के बाद, कुवैत के अमीर ने 22 भारतीय नागरिकों को रिहा करने और 97 और लोगों की सजा कम करने पर सहमति जताई.

श्रीलंका से कितने भारतीय आए?

राजनयिक चैनलों के माध्यम से नियमित हस्तक्षेप और मध्यस्थता के बाद, श्रीलंका ने कई मौकों पर भारतीय मछुआरों को रिहा किया है जो गलती से और अनजाने में उसके जली क्षेत्र में प्रवेश कर गए थे. 2014 से, कुल 3,697 भारतीय मछुआरों को श्रीलंका की ओर से रिहा किया गया है.

पाकिस्तान से आए भारतीय

2014 से, इस्लामाबाद के साथ बार-बार और काफी समय तक किए गए कूटनीतिक प्रयासों के बाद, नई दिल्ली 2,639 मछुआरों और 71 नागरिक कैदियों को रिहा करने में कामयाब रही है.

सरकार की कूटनीति का कमाल, 10 साल में अपने इतने लोगों का कराया आजाद


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