World News: हाथ में बंदूक, शरीर पर गोलियां… 3 करोड़ की आबादी वाला देश अपने लोगों के साथ ये क्या कर रहा? – INA NEWS

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच रूस के एक दुश्मन देश ने अपनी सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है. वहां के प्रधानमंत्री ने घोषणा की है कि उनके देश में हर पुरुष नागरिक को सैन्य प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि किसी भी युद्ध की स्थिति में पोलैंड के पास एक मजबूत रिजर्व सेना मौजूद रहे. यह फैसला रूस के बढ़ते आक्रमणकारी रुख और यूक्रेन युद्ध के सबक को देखते हुए लिया गया है. ये फैसले लेने वाला देश कोई और नहीं बल्कि पोलैंड है, जो पहले ही अपनी रक्षा तैयारियों को मजबूत कर रहा है, अब इजराइल की तरह हर नागरिक को युद्ध के लिए तैयार करना चाहता है.
प्रधानमंत्री टस्क ने पोलिश संसद में अपने संबोधन के दौरान कहा कि सरकार इस साल के अंत तक एक ऐसा मॉडल तैयार करना चाहती है, जिससे हर पुरुष को सैन्य प्रशिक्षण दिया जा सके. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत वर्तमान 2 लाख सैनिकों की सेना को बढ़ाकर 5 लाख तक करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें रिजर्व सैनिक भी शामिल होंगे. टस्क के अनुसार, यूक्रेन की सेना में 8 लाख और रूस की सेना में 13 लाख सैनिक हैं, जबकि पोलैंड की सेना अभी तक छोटी है. ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अधिक सैनिकों की जरूरत है.
इतने प्रतिशत बढ़ाया रक्षा बजट
पोलैंड न केवल पारंपरिक सैन्य विस्तार कर रहा है, बल्कि अपने रक्षा बजट में भी वृद्धि कर रहा है. इस साल पोलैंड अपने जीडीपी का 4.7% रक्षा क्षेत्र में खर्च करेगा, जो नाटो देशों में सबसे अधिक है. प्रधानमंत्री टस्क ने संसद में यह भी कहा कि रक्षा बजट को 5% तक बढ़ाने की जरूरत है. राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा ने पहले ही संविधान में संशोधन कर 4% रक्षा खर्च को अनिवार्य करने का प्रस्ताव रखा है.
महिलाएं भी ले सकती हैं ट्रेनिंग
टस्क ने यह भी कहा कि महिलाएं भी सैन्य प्रशिक्षण ले सकती हैं, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि युद्ध अभी भी मुख्य रूप से पुरुषों का क्षेत्र माना जाता है. इसके अलावा, पोलिश सरकार फ्रांस के उस प्रस्ताव की समीक्षा कर रही है, जिसमें यूरोप को परमाणु सुरक्षा कवच देने की बात कही गई है. टस्क ने कहा कि पोलैंड खुद का परमाणु हथियार रखना चाहता है, हालांकि यह अभी दूर की संभावना है. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि पोलैंड ओटावा संधि से हट सकता है, जो एंटी-पर्सनल लैंडमाइंस के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाती है, साथ ही डब्लिन संधि से भी अलग हो सकता है, जो क्लस्टर बमों के उपयोग पर रोक लगाती है.
शुरू की हथियारों की खरीद
रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से पोलैंड ने अपने रक्षा खर्च को तेजी से बढ़ाया है. पोलैंड अमेरिका से 20 अरब डॉलर के हथियारों की खरीद कर रहा है, जिसमें 250 एम1ए2 अब्राम्स टैंक, 32 एफ-35 लड़ाकू विमान, 96 अपाचे हेलीकॉप्टर और अन्य हथियार शामिल हैं. इसके अलावा, पोलैंड दक्षिण कोरिया से के2 टैंक और एफए-50 लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट भी खरीद रहा है.
ट्रंप से डरा पोलैंड
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूक्रेन को सैन्य आपूर्ति रोकने के फैसले के बाद पोलैंड में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है. पोलिश नागरिकों को डर है कि अगर यूक्रेन कमजोर हुआ तो रूस आगे बढ़ सकता है. इसी वजह से पोलैंड में लोग निजी स्तर पर भी बंकर बनाने की तैयारी कर रहे हैं. पोलैंड के मिलानोवेक शहर के उपमहापौर मिरोस्लाव कजनोवस्की के अनुसार, उनके एक मित्र ने कम लागत वाले भूमिगत बम शेल्टर बनाने का स्टार्टअप शुरू किया है और इसे लेकर लोगों में काफी दिलचस्पी है. इससे साफ है कि पोलैंड अब हर स्थिति के लिए खुद को तैयार कर रहा है.
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