World News: पानी की तरह चाय पीते हैं इस देश के लोग, दिल्ली-नोएडा भी सुनकर चौंक जाएंगे – INA NEWS

चाय महज थकान मिटाने का जरिया नहीं, कई देशों में ये परंपरा बन चुकी है. तुर्किए इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण है. जहां चाय सिर्फ एक पेय नहीं, संस्कृति का हिस्सा है. हालात कुछ यूं हैं कि वहां लोग चाय को सचमुच पानी की तरह पीते हैं. तुर्की सांख्यिकी संस्थान (TurkStat) के ताजा आंकड़े बताते हैं कि एक औसत तुर्की नागरिक साल में 3 किलो से ज्यादा चाय पी जाता है. इस खपत के साथ तुर्किए दुनिया में प्रति व्यक्ति सबसे ज्यादा चाय पीने वाला देश बन गया है. यहां चाय पीना उतना ही स्वाभाविक है, जितना हर दिन पानी पीना.
तुर्की में चाय यानी ‘चाय (çay)’ सिर्फ एक गर्म पेय नहीं, बल्कि हर दिन की शुरुआत और अंत का अहम हिस्सा है. यहां चाय
दफ्तर में मीटिंग के दौरान, दोस्तों की गपशप में, रिश्तेदारों की बैठकों में, दुकानों में ग्राहक से बात करते वक्त हर जगह साथ रहती है. चाय को यहां खास ट्यूलिप शेप के गिलासों में परोसा जाता है.
तुर्की की जिंदगी में चाय की जगह
2019 से 2023 के बीच इसमें हर साल औसतन 5.1% की बढ़ोतरी हुई और 2023 के अंत तक एक व्यक्ति औसतन 4.6 किलोग्राम चाय पीता है. तुलना करें तो कॉफी की खपत सिर्फ 0.9 किलोग्राम प्रति व्यक्ति रही यानी तुर्की में चाय, कॉफी पर भारी है. 2023 में रिटेल बिक्री में 98.2% हिस्सा अकेले काली चाय का था, यानी लगभग 2.4 लाख टन. वहीं, हर्बल/फ्रूट टी और ग्रीन टी का हिस्सा क्रमश 1.0% और 0.7% रहा.
ब्लैक सी: चाय की राजधानी
तुर्किये की चाय का असली घर है ब्लैक सी (काला सागर) इलाका, खासकर रिज़े (Rize) नाम का एक प्रांत. यहां की जलवायु और मिट्टी चाय की खेती के लिए परफेक्ट मानी जाती है. 5वीं सदी में सिल्क रूट के ज़रिए इस इलाके में चाय आई थी
6वीं सदी में ये आम पेय बन गई और 20वीं सदी आते-आते चाय ने पूरे तुर्की को अपना दीवाना बना लिया. इस इलाके के कई गांवों के नाम में ही ‘चाय’ शब्द जुड़ गया है, जैसे Çaykara और Çayeli। यहां की कई पीढ़ियां चाय की खेती पर ही निर्भर हैं — पढ़ाई, इलाज, घर सब कुछ इसी आमदनी से चलता है.
आर्थिक ताकत भी है चाय
चाय तुर्किये में सिर्फ स्वाद और आदत की बात नहीं, ये हज़ारों परिवारों की कमाई का सहारा है. खेती से लेकर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग तक, लाखों लोग इससे जुड़े हैं. ट्रांसपोर्ट, मशीनरी और दुकानों तक इसका बड़ा नेटवर्क फैला है. सरकार भी चाय किसानों को सब्सिडी, तय कीमत और ढांचा (इंफ्रास्ट्रक्चर) देकर सपोर्ट करती है. ÇAYKUR जैसी सरकारी कंपनियां छोटे किसानों से सीधा माल खरीदती हैं ताकि उन्हें बाजार की मार से बचाया जा सके.
तुर्किए में 2023 में चाय उत्पादन 1.35 करोड़ टन तक पहुँच गया था. 2019 से 2023 के बीच हर साल औसतन 3.3% की दर से उत्पादन बढ़ता रहा, जिससे कुल 3.43 लाख टन की बढ़ोतरी हुई. यही नहीं, तुर्किए का चाय निर्यात 2019 के 42,000 टन से बढ़कर 2023 में 53,000 टन तक पहुंच गया, खासतौर पर यूरोप में इसकी माँग तेजी से बढ़ी है.
पानी की तरह चाय पीते हैं इस देश के लोग, दिल्ली-नोएडा भी सुनकर चौंक जाएंगे
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