World News: भारत-मालदीव की नई दोस्ती परवान पर, चीन को मिला साफ संदेश – INA NEWS
मालदीव के विदेश मंत्री डॉ. अब्दुल्ला खलील तीन दिन के लिए भारत आए हुए हैं. उनके भारत दौरे से पूरे हिंद महासागर क्षेत्र को एक मजबूत संदेश भी जा रहा है. यह दौरा इस बात का गवाह है कि मालदीव ने कैसे चीन की दखलअंदाजी को पीछे छोड़कर भारत के साथ अपने ऐतिहासिक रिश्ते को प्राथमिकता दी.हाल के वर्षों में मालदीव राजनीतिक और आर्थिक संकटों से जूझ रहा था. विदेशी कर्ज और अस्थिर नीतियों ने देश को कमजोर कर दिया था लेकिन राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जु की सरकार ने भारत के साथ गहरी साझेदारी का रास्ता अपनाकर इन चुनौतियों का हल निकाला.
भारत ने ‘पहला सहयोगी’ की भूमिका निभाते हुए मालदीव को समय पर वित्तीय मदद दी, जिससे देश आर्थिक संकट से बाहर आ सका. यही नहीं, भारत के साथ उच्च-स्तरीय बातचीत और विकास परियोजनाओं ने मालदीव को एक बार फिर स्थिरता और विकास की ओर चलने में मददगार साबित हो रहा है.
चीन की रणनीति क्यों हुई नाकाम?
- मालदीव पर चीन का प्रभाव बढ़ाने की कोशिशें नई नहीं हैं. बड़े बुनियादी ढांचा प्रोजेक्ट्स और कर्ज के जाल के जरिए चीन ने मालदीव को अपने पक्ष में करने का हरसंभव प्रयास किया. मगर, मालदीव के नए नेतृत्व ने साफ कर दिया कि वो अपने पारंपरिक और भरोसेमंद साथी भारत को प्राथमिकता देगा.
- भारत की नो-स्ट्रिंग्स-अटैच्ड नीति और पारदर्शी सहयोग ने मालदीव को वो भरोसा दिया, जो चीन की कर्ज-जाल वाली रणनीति से कभी नहीं मिल सकता था. इस दौरे के दौरान हुए समझौतों और भारत द्वारा प्रस्तावित विकास परियोजनाओं ने एक बार फिर यह साबित किया कि भारत का सहयोग दीर्घकालिक विकास और स्थिरता पर केंद्रित है, न कि लाभ उठाने पर.
साझेदारी का नया अध्याय
मालदीव के विदेश मंत्री और भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के बीच आज हुई बैठक में यही संदेश स्पष्ट हुआ. हाई इंपैक्ट कम्युनिटी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स के तीसरे चरण के लिए हुए समझौते ने यह दिखा दिया कि दोनों देशों की प्राथमिकता है- स्थानीय विकास और लोगों का सशक्तिकरण.
डॉ. खलील ने भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद साथी बताते हुए कहा, भारत ने हर चुनौती में मालदीव का साथ दिया है. यह हमारी साझेदारी का सुनहरा दौर है.
हिंद महासागर में स्पष्ट संदेश
यह दौरा सिर्फ भारत और मालदीव के रिश्तों को मजबूत नहीं कर रहा, बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता का भी संदेश दे रहा है. चीन के प्रभाव को पीछे छोड़ते हुए मालदीव ने भारत के साथ खड़े होकर साफ कर दिया है कि हिंद महासागर में किसी तीसरे देश की दखलअंदाजी की जरूरत नहीं है.
भारत-मालदीव की नई दोस्ती परवान पर, चीन को मिला साफ संदेश
देश दुनियां की खबरें पाने के लिए ग्रुप से जुड़ें,
#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
Copyright Disclaimer :-Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Credit By :-This post was first published on https://www.tv9hindi.com/, we have published it via RSS feed courtesy of Source link,