World News: मोसाद के पास नहीं होती ये मशीन, तो जंग में इजराइल पर भारी पड़ता ईरान – INA NEWS

अगर इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद के पास यह खास मशीन नहीं होती, तो ईरान के साथ जारी मौजूदा संघर्ष में हालात इजराइल के लिए कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो सकते थे. मेहर न्यूज एजेंसी के मुताबिक ईरानी खुफिया एजेंसियों ने कुछ ऐसे हाई-टेक हथियार सिस्टम पकड़े हैं जो इजराइल ने ईरान की एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त करने के लिए खासतौर पर तैयार किए थे. इनमें शामिल हैं इंटरनेट से जुड़ी, रिमोट-कंट्रोल आधारित ‘स्पाइक मिसाइल लॉन्चर’ जो मोसाद एजेंट्स के ज़रिए ऑपरेट किए जा रहे थे.
स्पाइक मिसाइल लॉन्चर एक अत्याधुनिक हथियार प्रणाली है जिसे “फायर एंड फॉरगेट” यानी एक बार निशाना साधने के बाद खुद-ब-खुद अपने लक्ष्य को तबाह करने की क्षमता के लिए जाना जाता है. यह मिसाइल टैंक, बंकर और यहां तक कि दुश्मन के सैनिकों को भी निशाना बना सकती है. रिपोर्ट्स के अनुसार, मोसाद ने इन्हीं लॉन्चर्स को इंटरनेट और ऑटोमेशन के जरिए इतना एडवांस बना दिया था कि इन्हें दूर बैठे ऑपरेटिव्स चला सकते थे, वो भी बिना वहां पर मौजूद हुए.
ईरानी एजेंसी ने पकड़े लॉन्चर्स
ईरान की सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में इन लॉन्चर्स को देश के अंदर पकड़ा है. इनका मकसद ईरानी एयर डिफेंस सिस्टम को भेदना और ईरानी सेना के रडार और मिसाइल सिस्टम को पहले चरण में ही ध्वस्त करना था. अगर ये मशीन अभी भी न पकड़ी जाती, तो ईरानी सेना की क्षमता बुरी तरह प्रभावित हो सकती थी, और इजराइली वायु सेना को ईरानी सीमा में बिना विरोध के प्रवेश मिल जाता.
क्या है इन लॉन्चर्स की खासियत?
खास बात यह है कि ये स्पाइक लॉन्चर्स बेहद छोटे और पोर्टेबल होते हैं, जिन्हें आसानी से छिपाया जा सकता है. इन्हें किसी सुनसान इलाके या इमारत की छत से भी लॉन्च किया जा सकता है. यही कारण है कि इनकी पहचान करना और इन्हें रोक पाना ईरानी सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती बन गया था.
ईरान ही नहीं कई देशों में मचाई तबाही
मोसाद ने इस तकनीक का इस्तेमाल सिर्फ ईरान में ही नहीं, बल्कि कई अन्य देशों में भी अपने दुश्मनों के खिलाफ किया है. लेकिन ईरान के मामले में यह ऑपरेशन ज्यादा हाई-प्रोफाइल और संवेदनशील था. ईरान का दावा है कि उसने कुछ ऐसे “एजेंट्स नेटवर्क” को भी पकड़ा है जो इन मिसाइलों को ऑपरेट कर रहे थे और जिनका सीधा संबंध इजराइल की खुफिया एजेंसी से था.
इस घटनाक्रम ने यह साफ कर दिया है कि अगर मोसाद के पास यह तकनीक और स्पाइक लॉन्चर नहीं होते, तो ईरान की एयर डिफेंस बहुत हद तक इजराइली हमलों को रोक सकती थी. इससे जंग का पलड़ा ईरान के पक्ष में झुक सकता था. लेकिन मोसाद की इस एडवांस तैयारी ने इजराइल को बड़ी बढ़त दिला दी है, और यह दिखाता है कि अब खुफिया युद्ध सिर्फ जानकारी इकट्ठा करने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब यह टेक्नोलॉजी और रिमोट वॉरफेयर का युग है.
मोसाद के पास नहीं होती ये मशीन, तो जंग में इजराइल पर भारी पड़ता ईरान
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