World News: कान खोलकर सुन लें शहबाज शरीफ, इन तीन गलतियों पर पाकिस्तान को बिल्कुल भी नहीं मिलेगी माफी – INA NEWS

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक और सख्त लहजे वाला भाषण दिया है, जिसने न केवल इस्लामाबाद बल्कि बीजिंग और अंकारा तक सियासी गर्मी बढ़ा दी है. इस बार पीएम मोदी ने शहबाज शरीफ को भी भयंकर वॉर्निंग दी. और समझा दिया कि ये चेतावनी ही नहीं, बल्कि भारत की रणनीतिक सोच का एक स्पष्ट संकेत भी है.

इस संबोधन में पीएम मोदी ने तीन ऐसे बिंदुओं पर पाकिस्तान को लताड़ लगाई, जिन पर अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी. पाकिस्तान की इन गलतियों को लेकर भारत अब समझौते के मूड में नहीं है. आइए जानते हैं कि आखिर वो कौन सी तीन गलतियां हैं, जिनपर अब हिंदुस्तान पाकिस्तान को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.

पहली गलती: आतंक को पालने की जिद

प्रधानमंत्री मोदी ने दो टूक शब्दों में कहा कि पाकिस्तान की सेना और सरकार आतंकवाद को खाद-पानी दे रही है. यह आतंकी ढांचा सिर्फ भारत के लिए नहीं, बल्कि अंततः पाकिस्तान के लिए आत्मघाती साबित होगा. उन्होंने साफ किया कि अब वह समय खत्म हो चुका है जब भारत आतंक को सिर्फ सहन करता था. आज का भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर चल रहा है. शहबाज शरीफ को यह समझ लेना चाहिए कि अगर आतंक को पालना नहीं छोड़ा, तो भारत कड़ी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा.

दूसरी गलती: सीमा पार आतंक फैलाना

मोदी ने कहा कि टेरर और टॉक एक साथ नहीं चल सकते. टेरर और ट्रेड भी साथ नहीं चल सकते. और अब पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते. यह सीधा संदेश है कि जब तक पाकिस्तान भारत में आतंक फैलाने की कोशिश करता रहेगा, तब तक किसी भी बातचीत या व्यापार की कोई गुंजाइश नहीं है. यह बयान सिर्फ कूटनीतिक विरोध नहीं है, यह भारत की नई रेड लाइन है, जिसके पार जाना अब पाकिस्तान के लिए भारी पड़ेगा.

तीसरी गलती: न्यूक्लियर की आड़ में आतंक का बचाव

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पाकिस्तान अब तक परमाणु हमले की धमकी देकर अपने आतंकी एजेंडे को बचाने की कोशिश करता रहा है, लेकिन भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा. भारत ने जवाबी कार्रवाई को अभी टाल रखा है, लेकिन तीनों सेनाएं और बीएसएफ पूरी तरह अलर्ट पर हैं. अगर पाकिस्तान ने फिर कोई हरकत की, तो जवाब भी होगा और वह सटीक और निर्णायक होगा. भारत अब आतंक के आकाओं और उनके राजनीतिक सरपरस्तों के बीच कोई फर्क नहीं करता.

पीएम मोदी ने चीन को भी दे दिया अलर्ट

पीएम मोदी का यह संदेश सिर्फ पाकिस्तान तक सीमित नहीं था. उन्होंने इशारों-इशारों में चीन और तुर्की जैसे देशों को भी समझा दिया कि जो देश पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर समर्थन देंगे, उन्हें भी भारत जवाब देने से नहीं हिचकेगा. भारत अब आतंक का साथ देने वालों को भी उसी कठघरे में खड़ा करेगा, जिसमें वह पाकिस्तान को देखता है. यह बयान आने वाले समय में भारत की विदेश नीति में बड़ा बदलाव साबित हो सकता है.

India And China

अब सिर्फ शब्द नहीं, कार्रवाई की नीति

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब सिर्फ बातें नहीं करता, जवाब देता है. वह भी अपनी शर्तों पर. भारत की नीति अब यह है कि हर उस स्थान पर कार्रवाई की जाएगी जहां से आतंक की जड़ें निकलती हैं. ऑपरेशन सिंदूर इसका ताजा उदाहरण है. भारत ने न सिर्फ बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकानों को तबाह किया, बल्कि यह भी दिखा दिया कि वह सटीक और तेज जवाब देने की पूरी क्षमता रखता है.

कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण एक चेतावनी पत्र था. शब्दों के माध्यम से दिया गया सैन्य संकेत. शहबाज शरीफ को समझ लेना चाहिए कि अब भारत आतंक, वार्ता और व्यापार को एक साथ नहीं चलने देगा. चीन और तुर्की जैसे देशों को भी यह समझ लेना चाहिए कि पाकिस्तान का साथ देने का मतलब होगा भारत के खिलाफ खड़े होना, और भारत अब हर मोर्चे पर तैयार है.

कान खोलकर सुन लें शहबाज शरीफ, इन तीन गलतियों पर पाकिस्तान को बिल्कुल भी नहीं मिलेगी माफी


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