World News: इजराइल के RAAM, SOUFA और ADIR कौन? जिन्होंने रातों-रात खामनेई के ईरान को दहला दिया – INA NEWS

ईरान में बीती रात जो तबाही मची, वह सिर्फ एक हमले का नतीजा नहीं थी, बल्कि तीन खतरनाक लड़ाकू विमानों के कॉम्बिनेशन का नतीजा थी. इजराइल ने ईरान के मिसाइल ठिकानों, परमाणु साइट्स और सैन्य नेतृत्व को निशाना बनाकर एक जबरदस्त हवाई हमला किया. इस हमले में F-15I Raam, F-16I Soufa और F-35I Adir जैसे एडवांस फाइटर जेट्स शामिल थे. इन विमानों ने ईरान की रक्षा प्रणाली को चकमा देकर अपने मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया.
इजराइल की वायुसेना का भरोसेमंद साथी F-15I Raam है, जो अमेरिका के F-15E Strike Eagle पर आधारित है. ये विमान दोहरी भूमिका निभाता है. हवा में दुश्मन का मुकाबला और जमीनी ठिकानों को एक साथ तबाह करता है. इसकी मारक क्षमता 2,700 मील तक है और ये 18,000 पाउंड तक हथियार ले जा सकता है. इसका इस्तेमाल पहले भी लेबनान में हिजबुल्लाह के आतंकी ठिकानों को तबाह करने में किया गया है.
तबाही के लिए Raam को ही क्यों चुना?
F-15I की सबसे बड़ी ताकत है इसकी बंकर बस्टर बम गिराने की क्षमता. यही वजह है कि इसे ईरान के भूमिगत परमाणु ठिकानों पर हमला करने के लिए चुना गया. ये विमान बिना दुश्मन की नज़र में आए, GPS गाइडेड JDAM बमों से गहराई में छिपे ठिकानों को भी खत्म कर सकता है.
आंधी जैसी ताकत वाला लड़ाकू विमान
F-16I “Soufa” यानी तूफान, F-16D ब्लॉक 52 पर आधारित है, जिसे खासतौर से इजराइल के लिए कस्टमाइज किया गया है. इसमें दो पायलट बैठते हैं. एक उड़ान संचालन और दूसरा हथियार नियंत्रण के लिए. इसकी रेंज बढ़ाने के लिए कंफॉर्मल फ्यूल टैंक लगाए गए हैं. इससे यह लंबी दूरी तक बिना रुके उड़ान भर सकता है.
Soufa की ताकत कहां काम आई?
Soufa की खासियत इसका एडवांस टार्गेटिंग सिस्टम है जो रात में भी दुश्मन को खोज सकता है. इसमें लगे LANTIRN और Litening पॉड्स इसे हर मौसम में सटीक हमला करने में सक्षम बनाते हैं. ईरान के बंकरनुमा बेस और मोबाइल लॉन्च साइट्स को खत्म करने में Soufa का अहम रोल रहा.
इजराइल का खतरनाक योद्धा है F-35I Adir
F-35I “Adir” यानी शक्तिशाली, एक स्टेल्थ फाइटर जेट है जो रडार से बच निकलने में सक्षम है. ये अमेरिका के F-35A का इजराइली वर्जन है, जिसमें इजराइल ने खुद के बनाए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स और हथियारों को जोड़ रखा है. यह एक बहु-भूमिका वाला फाइटर जेट है जो निगरानी, हमला और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर तीनों कर सकता है.
Adir को क्यों लगाया गया ईरान मिशन में?
ईरान की मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देने के लिए Adir सबसे सही विकल्प था. इसकी स्टेल्थ तकनीक और सटीक हमला करने की क्षमता ने इसे मुख्य भूमिका में ला दिया. यह दुश्मन की नजरों में आए बिना गहराई तक घुसकर ऑपरेशन पूरा कर सकता है.
तीनों एक साथ किसी तबाही से कम नहीं
F-15I की भारी बमवर्षा, F-16I की सटीकता और F-35I की अदृश्यता. इन तीनों विमानों की जोड़ी ने ईरान के खिलाफ युद्ध में इजराइल को रणनीतिक बढ़त दिलाई. एक साथ उड़ान भरते इन विमानों ने JDAMs और SDBs जैसे एडवांस बमों से ईरान के कई अहम ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया.
हमला देर रात को अंजाम दिया गया जब ईरानी रडार और एयर डिफेंस कमज़ोर अवस्था में होते हैं. इस ऑपरेशन में सबसे पहले F-35I ने निगरानी और इलेक्ट्रॉनिक जामिंग की, फिर Soufa और Raam ने टारगेट्स पर हमला बोला. कई बंकर, लॉन्च साइट्स और सैन्य ठिकाने पूरी तरह मलबे में बदल गए.
F-15I Raam, F-16I Soufa और F-35I Adir सिर्फ लड़ाकू विमान नहीं, बल्कि इजराइल की रणनीतिक सोच और सैन्य श्रेष्ठता का परिचय हैं. इनकी तिकड़ी ने यह साबित कर दिया कि इजराइल सिर्फ जवाब नहीं देता, बल्कि दुश्मन की योजना को जड़ से खत्म करने की क्षमता रखता है. ईरान की रात काली नहीं, तबाह कर देने वाली साबित हुई.
इजराइल के RAAM, SOUFA और ADIR कौन? जिन्होंने रातों-रात खामनेई के ईरान को दहला दिया
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