World News: पाकिस्तान के लिए ये हथियार है मौत का काल… 04 महीने में खोए 40 रखवाले – INA NEWS

पहलगाम हमले के बाद से भी पाकिस्तान दहशत में है. भारत की डिप्लोमैटिक स्ट्राइक के बाद से ही पाकिस्तान बौखला गया है. हालांकि इसी बीच पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था इस समय एक गहरे संकट से गुजर रही है. दरअसल साल 2025 की शुरुआत से अब तक पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के करीब 40 जवान मारे जा चुके हैं. ये हमले सामान्य गोलीबारी या मुठभेड़ों से नहीं, बल्कि IED यानी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज से हुए हैं. यही वह हथियार है जिसने पाकिस्तान को असहाय और डरा हुआ बना दिया है.
गुरुवार को पाकिस्तान की संसद में खुद रक्षा मंत्री ने स्वीकार किया कि जम्मू-कश्मीर में भारत ने IED बिछा रखे हैं. यह बयान सिर्फ भारत को आरोपित करने के लिए नहीं था, बल्कि इसके पीछे पाकिस्तान की गहरी चिंता और डर छिपा है. इस बात से साफ होता है कि पाकिस्तान IED के डर से न केवल जूझ रहा है, बल्कि उसकी मानसिकता पर भी इसका असर साफ दिख रहा है.
इस हथियार का है सबसे बड़ा डर
IED का सबसे बड़ा डर यह है कि इसे पहले से प्लांट किया जा सकता है और यह कब फटेगा, इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल होता है. इसका इस्तेमाल करके दुश्मन को बिना आमने-सामने की मुठभेड़ के जबरदस्त नुकसान पहुंचाया जा सकता है. यही वजह है कि पाकिस्तान इन दिनों हर मोर्चे पर सतर्क रहने को मजबूर है.
ताकत बनी कमजोरी
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी रणनीति में इस तकनीक का बेहद चतुराई से इस्तेमाल किया है. पाकिस्तान को यह बात परेशान कर रही है कि जिस IED से वह खुद भारत को डराता था, आज वही हथियार उसकी सबसे बड़ी कमजोरी बन चुका है. यह बदलाव भारत की रणनीतिक सफलता का प्रतीक है.
हर जगह मंडरा रहा खतरा
आज पाकिस्तान के हालात यह हैं कि चाहे बॉर्डर हो या बलूचिस्तान या फिर खैबर पख्तूनख्वा. हर जगह IED का साया मंडरा रहा है. इस डर ने पाकिस्तान की सैन्य तैयारियों, मनोबल और राजनीतिक स्थिति पर सीधा असर डाला है. यही कारण है कि इस एक हथियार ने पाकिस्तान को थर-थर कांपने पर मजबूर कर दिया है.
पाकिस्तान के लिए ये हथियार है मौत का काल… 04 महीने में खोए 40 रखवाले
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