World News: हम भारत के हर फैसले के साथ, पहलगाम आतंकी हमले पर बोले ब्रिटिश सांसद – INA NEWS

ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग ने 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों को याद करने के लिए इंडिया हाउस में एक स्मारक समारोह आयोजित किया. इस अवसर पर संसदीय मामलों के राज्य मंत्री एल मुरुगन, महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट, ब्रिटेन के सांसद बॉब ब्लैकमैन और कई अन्य ब्रिटेन के सांसदों सहित कई विशिष्ट अतिथि अपनी संवेदना और समर्थन व्यक्त करने के लिए सभा में शामिल हुए.

इस कार्यक्रम में ब्रिटेन भर से भारतीय प्रवासी शामिल हुए, जो पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने और उनके साथ एकजुटता दिखाने आए थे. ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए ऐसी त्रासदियों का सामना करने में लचीलेपन, एकता और न्याय के महत्व पर बल दिया.

मुंबई आतंकी हमलों के बाद से सबसे बड़ी हत्या

दोराईस्वामी ने कहा कि यह हमला जम्मू-कश्मीर के लोगों को काम और व्यवसाय के माध्यम से अपने जीवन को बेहतर बनाने से रोकने के लिए किया गया. दोराईस्वामी ने कहा कि सबसे पहले और महत्वपूर्ण बात यह है कि यह ऐसा कुछ क्यों है जो हमारे ध्यान देने योग्य है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यह मुंबई आतंकी हमलों के बाद से नागरिकों की सबसे बड़ी हत्या है. 2019 में भी इसी तरह का आतंकी हमला हुआ था. यह अर्धसैनिक बलों के काफिले पर टारगेटेड हमला था.

Uk Indian High Commission

धार्मिक पहचान के आधार पर गोली मारकर हत्या

उन्होंने कहा कि पहलगाम में लोगों को उनकी धार्मिक पहचान के आधार पर गोली मारकर हत्या कर दी गई. ये अधिकांश नागरिक थे, जो वहां बस छुट्टी मनाने के लिए आए थे. इसका उद्देश्य पूरी तरह से आतंक पैदा करना और जम्मू-कश्मीर में चल रहे सामान्य स्थिति को कमजोर करना था.

इस हमले का मकसद जम्मू कश्मीर के लोगों को व्यवसाय के माध्यम से अपने जीवन को बेहतर बनाने से रोकना, लोगों को भारत के इस खूबसूरत हिस्से में आने से डराना और सफल चुनाव की वजह से लाए गए राजनीतिक प्रक्रिया के सामान्यीकरण को कमजोर करना था. विक्रम दोराईस्वामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी को दोहराया कि भारत न भूलेगा और न ही माफ करेगा. इसके बजाय, उन लोगों को कीमत चुकानी होगी जो हमले के पीछे थे.

हम आतंक के खिलाफ भारत के साथ

ब्रिटिश सांसद पद्मश्री बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि ब्रिटेन के सभी राजनीतिक दल भारत सरकार के साथ मिलकर अपना समर्थन व्यक्त करेंगे, चाहे भारत जो भी कदम उठाए, जिसमें यदि जरुरत हो तो सैन्य कार्रवाई भी शामिल है, ताकि नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर मौजूद आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया जा सके.

हैरो ईस्ट से कंजर्वेटिव सांसद पद्मश्री बॉब ब्लैकमैन ने इंडिया हाउस में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि हम दुख बांटने आए हैं. जब आतंकी हमला होता है, तो यह मानवता पर हमला करता है. आतंकवादी हमला लोगों के धर्म के कारण उनके प्रति घृणा को दर्शाता है, और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. मैंने हाउस ऑफ कॉमन्स में इस मुद्दे को उठाया है.

भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े

इंडिया हाउस में भारतीय उच्चायोग के एक कार्यक्रम में लेबर सांसद और इंडो-पैसिफिक के लिए विदेश कार्यालय मंत्री कैथरीन वेस्ट ने कहा कि पहलगाम आंतकी हमले पर सरकार की ओर से मैं संवेदना व्यक्त करती हूं. हम निर्दोष नागरिकों के खिलाफ आतंकवाद के कायरतापूर्ण हमलों के सामने भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. हमें इस तरह के खतरनाक समय में न्याय पर जोर देना चाहिए जो परिवारों और समुदायों को बढ़ते गहरे दुख के लिए अपनी बाहें फैलाए. आज शांति के लिए प्रार्थना का हिस्सा बनने के इस अवसर के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. हम आपके साथ है.

पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला

आतंकवादियों ने पहलगाम के बैसरन मैदान में पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए. यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमलों में से एक था, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान मारे गए थे.

हमले के बाद भारत ने सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं. बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस बैठक में भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को तब तक स्थगित रखने का फैसला किया जब तक कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन देने से पूरी तरह से इनकार नहीं कर देता.

हम भारत के हर फैसले के साथ, पहलगाम आतंकी हमले पर बोले ब्रिटिश सांसद


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