World News: जिस देश ने पाकिस्तान को दिए हथियार, वहां से अपने अधिकारी के भारत ट्रांसफर को बांग्लादेश ने अचानक क्यों रोका? – INA NEWS

बांग्लादेश के एक राजनयिक को ईद उल अजहा से पहले कुर्बानी को लेकर टिप्पणी करना भारी पड़ा है. नीदरलैंड के हेग स्थित बांग्लादेश दूतावास में मंत्री स्तर के राजनयिक शबाब बिन अहमद ने कहा था कि ईद उल अजह पर कुर्बानी बंद कर देने चाहिए. बता दें, लंबे समय से चली आ रही इस परंपरा को लेकर की गई उनकी टिप्पणी का सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर विरोध किया जा रहा है.
उनकी इस टिप्पणी के बाद बांग्लादेश सरकार ने सरकार ने नीदरलैंड के हेग स्थित बांग्लादेश दूतावास से राजनयिक शबाब बिन अहमद को सीधे ढाका स्थानांतरित करने का फैसला किया है. उनकी इस टिप्पमी ने एक धर्म विशेष की भावनाओं को आहत किया है, माना जा रहा है कि शबाब वेगन समर्थक हैं और किसी भी तरह के नॉनवेज के विरोधी हैं. नीदरलैंड वही देश है, जिसका नाम पाकिस्तान भारत विवाद में तुर्की चीन के साथ पाकिस्तान को हथियार देने में सामने आया है.
कोलकाता होना था ट्रांसफर
शबाब बिन अहमद को हेग से ट्रांसफर कर कोलकाता भेजे जाने का आदेश दिया गया था. लेकिन कुर्बानी को लेकर की गई उनकी टिप्पणी के बाद उनको ढाका बुला लिया गया है. विदेश मंत्रालय के निदेशक नौरीद शर्मिन की ओर से गुरुवार को जारी आदेश में कहा गया है कि आपको (शबाब बिन अहमद) ढाका स्थित मुख्यालय में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है. आपसे अनुरोध है कि आप अपना वर्तमान कार्यभार छोड़कर तुरंत ढाका स्थित मुख्यालय लौट आएं. 21 नवंबर को आपके पक्ष में जारी कोलकाता स्थित बांग्लादेश उप उच्चायोग के उप उच्चायुक्त के पद पर आपका स्थानांतरण आदेश रद्द कर दिया गया है.
ईद उल अजहा और कुर्बानी
जून के महीने में विश्व भर के मुसलमान ईद उल अजहा मनाएंगे. इस त्यौहार के दौरान मुसलमान किसी जानवर (बकरा, भेड़, ऊट या कटरा) जैसे जानवरों की कुर्बानी करते हैं और इससे आने वाले गोश्त को गरीबों और रिश्तेदारों में बांटा जाता है और एक हिस्सा अपने लिए रखते हैं. ये परंपरा सालों से चली आ रही है.
जिस देश ने पाकिस्तान को दिए हथियार, वहां से अपने अधिकारी के भारत ट्रांसफर को बांग्लादेश ने अचानक क्यों रोका?
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