World News: बदल जाएगा बांग्लादेशी टका, मुजीब की जगह दिखेंगी ये तस्वीरें… नामोनिशान मिटाने पर आमदा यूनुस सरकार – INA NEWS

बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्ता से विदाई के बाद राजनीतिक माहौल में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. अब देश के केंद्रीय बैंक ने एक और अहम कदम उठाया है, जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है. रविवार से बांग्लादेश में जारी हो रहे नए बैंक नोटों पर देश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान का चित्र नहीं होगा.
बांग्लादेश में पिछले साल हिंसक छात्र आंदोलन के बाद शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के लिए बाध्य होना पड़ा था. उनके बाद बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन किया गया है. यूनुस ने सत्ता में आने के बाद मुजीब से जुड़ी यादों को मिटाने कोशिश शुरू कर दी है. अब बांग्लादेश नोट पर से मुजीब की तस्वीर भी हटाई जा रही है.
बांग्लादेश की करेंसी से हटी मुजीब की तस्वीर
बांग्लादेश बैंक के प्रवक्ता आरिफ हुसैन खान के अनुसार, नई मुद्रा श्रृंखला मानव चित्रों की बजाय प्राकृतिक परिदृश्यों, ऐतिहासिक स्थलों, और संस्कृतिक प्रतीकों पर केंद्रित होगी. खान ने कहा, नई डिजाइन के तहत किसी भी व्यक्ति की छवि नहीं होगी. नोटों में अब देश की सांस्कृतिक विविधता और ऐतिहासिक विरासत को दर्शाया जाएगा.
नई नोट श्रृंखला में हिंदू और बौद्ध मंदिरों, स्वर्गीय जैनुल आबेदीन की कलाकृतियों, और 1971 के मुक्ति संग्राम के राष्ट्रीय शहीद स्मारक की तस्वीरें शामिल की गई हैं. बैंक ने शुरुआत में तीन मूल्यवर्ग के नोट जारी किए हैं और आगे अन्य नोटों को भी चरणबद्ध तरीके से पेश किया जाएगा.
मुजीब की यादें मिटाने की कवायद
शेख मुजीबुर रहमान, जिन्हें ‘बंगबंधु’ कहा जाता है, बांग्लादेश के संस्थापक नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता हैं. 1972 में देश की आज़ादी के बाद जारी की गई पहली बैंकनोट श्रृंखला में उनका चित्र शामिल किया गया था. तब से अधिकांश बांग्लादेशी नोटों पर उनकी छवि रही है, विशेषकर जब अवामी लीग सत्ता में रही.
हालांकि अब शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने और यूनुस सरकार के सत्ता में आने के बाद, विपक्ष इसे राष्ट्रपिता की स्मृति मिटाने की कोशिश करार दे रहा है. यह कदम शेख मुजीब की विरासत को सीमित करने की दिशा में एक राजनीतिक संकेत के रूप में देखा जा रहा है.
पहले भी बदली गई थी मुद्रा
यह पहली बार नहीं है जब बांग्लादेश की मुद्रा में बदलाव किया गया है. 1972 में पाकिस्तान से स्वतंत्रता मिलने के बाद बांग्लादेश ने नई मुद्रा पेश की थी, जिसमें देश का नक्शा अंकित था. बाद के वर्षों में, विभिन्न सरकारों के दौर में नोटों पर ऐतिहासिक स्थलों, सांस्कृतिक प्रतीकों और राजनीतिक नेताओं की तस्वीरें जोड़ी और हटाई जाती रही हैं.
बदल जाएगा बांग्लादेशी टका, मुजीब की जगह दिखेंगी ये तस्वीरें… नामोनिशान मिटाने पर आमदा यूनुस सरकार
देश दुनियां की खबरें पाने के लिए ग्रुप से जुड़ें,
#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
Copyright Disclaimer :-Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Credit By :-This post was first published on https://www.tv9hindi.com/, we have published it via RSS feed courtesy of Source link,